रिपोर्ट : तपेश विश्वकर्मा
मीरजापुर, (उ0प्र0) : पल्स पोलियो अभियान की शुरूआत महिला चिकित्सालय से मुख्य चिकित्साधिकारी पी0डी0 गुप्ता ने बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने से शुरू किया। जो जिले में सभी केन्द्रों व उपकेन्द्रों पर 8 फरवरी तक चलाया गया।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाक्टर नीलेश श्रीवास्तव ने मंगलवार को अभियान खत्म होने पर अभियान में लगे टीम की सराहना करते हुए बताया कि अभियान के दौरान सभी कर्मचारी अपने-अपने केन्द्रों पर ससमय उपस्थित रहे। जिसके कारण इस अभियान में हमने 3.83 हजार बच्चों को खुराक पिलाने में सफलता दर्ज की है। अभियान के दौरान स्वास्थ्य कर्मी सुबह 9 बजे से सायं 5 बजे तक पल्स पोलियो की खुराक सभी केन्द्रों पर पिलाने का कार्य किया। विभाग में कार्यरत 2043 आशाओं ने डोर-टू-डोर जाकर पल्स पोलियो का खुराक पिलाने का कार्य किया। अभियान के दौरान केवल 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को ही पोलियों का खुराक देने का कार्य किया गया है। इसके अलावा पहले की तरह ही अब भी हर सप्ताह मंगलवार व शनिवार को पोलियो का खुराक सभी केन्द्रों पर दिया जायेगा। इसके लिए सभी केन्द्रों पर जिला मुख्यालय से पर्याप्त दवा उपलब्ध करा दिया गया है।
जिला कार्यक्रम समन्वयक आरके राय का कहना है कि पल्स पोलियो का अभियान 31 जनवरी से शुरू हुआ जो 8 फरवरी को समाप्त हुआ। इस अभियान को सफल बनाने में 1862 बूथए 116 टीमए 732 घर.घर खुराक पिलाने की टीम व 47 मोबाइल टीम का गठन कर टीमों को लगाया गया था। इस अभियान में यदि कोई बच्चा खुराक लेने से वंचित है तो उसके लिए 8 दिनों तक विभाग स्तर से गठित टीम घर-घर जाकर पोलियो का खुराक देने का कार्य करेगी।
बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रमोद सिंह ने बताया कि इस अभियान के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पंजीकृत 5 वर्ष के बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाने में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी भूमिका दर्ज करायी है।