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प्रेगा न्यूज़ एवं अनवान्टेड 21 डेज़ ने लखनऊ में आशा वर्कर्स के साथ लॉन्च किया जागरुकता अभियान

· गर्भावस्था (प्रेगनेन्सी) और गर्भनिरोधकों (कॉन्ट्रासेप्टिव) के बारे में गलत अवधारणाओं को दूर करना इसका लक्ष्य

· लोगों को कॉन्ट्रासेप्टिव एवं प्रेगनेन्सी डिटेक्शन कार्ड के बारे में जागरुक बनाने के लिए किया गया यह आयोजन

दिल्ली : भारत के नंबर 1 प्रेगनेन्सी डिटेक्शन कार्ड प्रेगा न्यूज़ और मैनकाइंड फार्मा की ओर से ओरल कान्ट्रासेप्टिव ब्राण्ड अनवान्टेड 21 डेज़ ने लोगों को प्रेगनेन्सी साइकल और कॉन्ट्रासेप्टिय के बारे में जागरुक बनाने की पहल की है। ब्राण्ड ने लखनऊ के मलिहाबाद में पहले इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया। आने वाले समय में कंपनी चरणबद्ध तरीके से इस तरह के सत्रों का आयोजन करती रहेगी।

परिवार नियोजन के महत्व के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए ब्राण्ड ने यह पहल की है, जिसके माध्यम से लोगों को जानकारी दी गई कि प्रेगनेन्सी की योजना पहले से बनानी चाहिए, और इस दौरान प्रेगनेन्सी के लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए। प्रेगनेन्सी डिटेक्शन के बारे में कई गलत अवधारणाएं हैं, गर्भधारण की सही उम्र और कान्ट्रासेप्टिव के उपयोग के बारे में लोगों में जागरूकता नहीं है। इसके अलावा लोगों को यौन संचारी रोगों एवं गर्भनिरोध के अलग-अलग तरीकों, गर्भनिरोधकों के नियमित इस्तेमाल के बारे में जागरुक बनाना भी जरूरी है। इस पहल के माध्यम से मैनकाइंड फार्मा देश में दूर-दराज के इलाकों के लोगों तक पहुंच रहा है और उन्हें सही जानकारी प्रदान करने में मदद कर रहा है।

प्रेगा न्यूज़ और अनवांटेड 21 डेज़ दोनों ब्राण्ड्स ग्रामीण भारत में गर्भनिरोधकों एवं प्रेगनेन्सी डिटेक्शन कार्ड की पहुंच बढ़ाने तथा इनके बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं। जानी-मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ पूनम मिश्रा इस अवसर पर मुख्य प्रवक्ता थीं, जिन्होंने आशा कर्मचारियों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए। डॉ पूनम मिश्रा सेक्सुअल मेडिसिन कमेटी, फोगसी इंडिया की सदस्य हैं और कई राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में हिस्सा ले चुकी हैं।

कार्यक्रम में 50 से अधिक आशा कर्मचारियों ने हिस्सा लिया और गर्भावस्था की सही उम्र, गर्भावस्था के लक्षणों, गर्भनिरोधक गोलियां कब लेनी चाहिए, इस बारे में अपने सवाल पूछें। डॉ पूनम मिश्रा ने गर्भनिरोधकों के इस्तेमाल से जुड़ी गलत अवधारणाओं को दूर किया, उन्हें बताया कि कैसे वे घर पर ही गर्भावस्था का पता लगा सकती हैं। डॉक्टरों ने इस बात पर भी रोशनी डाली कि गर्भनिरोधकों के सेवन से महिलाओं, खासतौर पर किशारियों के किस तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।

इस पहल के बारे में बात करते हुए जॉय चैटर्जी, जनरल मैनेजर, सेल्स एण्ड मार्केटिंग, मैनकाइंड फार्मा ने कहा, “हम उद्योग जगत का एकमात्र ब्राण्ड हैं जो गर्भावस्था और परिवार नियोजन के बारे में जागरूकता बढ़ा रहे हैं। तीसरे स्तर के शहरों में इस बारे में जागरुकता की कमी है और इस पहल के माध्यम से हम लोगों को समझाना चाहते हैं कि कैसे वे शुरूआती दिनों में ही गर्भवस्था के लक्षणों की पहचान कर सकते हैं।”

मैनकाइंड फार्मा भारत की अग्रणी फार्मास्युटिकल कंपनी है जो किफायती एवं सुलभ दवाओं के निर्माण, विकास, वाणिज्यीकरण तथा दवाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। ताकि उनकी स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा किया जा सके।

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