✍️ तपेश विश्वकर्मा
मिर्जापुर : श्रीयम साहित्य पब्लिकेशन की ओर से अयोध्या में प्रभु श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर गूगल मीट द्वारा विराट कवि सम्मेलन “रामकाव्य धारा” सम्पन्न हुआ। टी.सी. विश्वकर्मा की अध्यक्षता में मुख्य अतिथि साहित्यांजली पत्रिका के संपादक डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय एवं विशिष्ट अतिथि धर्मपाल गांधी की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम में चार-चांद लगा दिए। कार्यक्रम का संयोजन तथा संचालन रेनू मिश्रा “दीपशिखा” ने किया। कार्यक्रम शुभारंभ वरिष्ठ रचनाकार कविता उपाध्याय वाणी वंदना से हुई। प्रायः सभी रचनाकारों ने प्रभु श्रीराम के जीवन यात्रा पर आधारित काव्यपाठ किया इससे पूरा पटल भक्तिमय हो गया। संतोष शुक्ला ने “भारत की माटी को करने चन्दन आने वाले हैं।’ तो वहीं कविता उपाध्याय ने श्रीराम आने वाले है, रचना सुनाकर सबका मन मोह लिया, पुष्पलता ने त्रेता युग के श्रीराम आगमन की कविता ने पटल पर भक्ति की धारा बहाई। प्रतिभा दुबे ने “राम–लला आज अयोध्या पुनःपधारेंगे, अपनी दिव्य छवि से मंदिर में विराजेंगे होगी प्राण प्रतिष्ठा मंदिर में वेद मंत्रो से राम तो सभी को बस प्रेम से निहारेंगे।।” सुनाकर पूरी शमा को भक्तिमय कर दिया। इसके अलावा प्रवीण तिवारी, शिवानी मिश्रा, महक जौनपुरी, उपासना पांडेय, खुशबू, कमल धमीजा, ऋतंभरा मिश्रा आदि ने प्रभु श्रीराम पर उत्कृष्ट प्रस्तुति से पटल भाव विभोर हो गया। डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय ने श्रीराम के जीवन अंश को अत्यंत सुंदरता के साथ बताया। अन्त में रेनू मिश्रा दीपशिखा ने सभी का आभार ज्ञापित किया।