मुंबई : भारत की प्रमुख फिनटेक सास (SaaS) कंपनी क्लियर (क्लियरटैक्स) ने आज घोषणा की कि उसने कोरा कैपिटल के नेतृत्व में सीरीज सी राउंड में 75 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। इस राउंड में ग्लोबल फिनटेक स्ट्राइप, अलुआ कैपिटल, थिंक इन्वेस्टमेंट्स और मौजूदा निवेशक भी शामिल हुए। इन फंड्स का इस्तेमाल क्लियर के बी2बी क्रेडिट और पेमेंट्स में विस्तार के साथ-साथ इंटरनेशनल बाजारों में विस्तार के लिए किया जाएगा।
क्लियर के सास प्लेटफॉर्म ने पिछले 18 महीनों में पांच गुना वृद्धि दर्ज की है और उसने 3000 से अधिक बड़े एंटरप्राइज कस्टमर हासिल किए हैं। इसने प्लेटफॉर्म पर उपयोगकर्ताओं में बढ़ोतरी देखी है, जिसमें 1 मिलियन से अधिक छोटे व्यवसाय शामिल हैं। क्लियर प्लेटफॉर्म अब भारत की 10% बिजनेस इनवॉइस प्रोसेस करता है और इसका जीएमवी 400 बिलियन डॉलर से अधिक है।
एलपीक्लियर के संस्थापक और सीईओ अर्चित गुप्ता ने कहा, “हम कोरा, स्ट्राइप और हमारे अन्य निवेशकों का स्वागत करते हैं। कोरा को उभरते बाजारों में टेक्नोलॉजी कंपनियों का अच्छा अनुभव है और स्ट्राइप एक ग्लोबल टेक्नोलॉजी कंपनी है, जो इंटरनेट के लिए इकोनॉमिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाती है। हम उत्साहित हैं कि हम इन दोनों से ही काफी कुछ सीखने वाले हैं। भारत में बड़े स्तर पर डिजिटाइजेशन हो रहा है और हम भाग्यशाली है कि इलेक्ट्रॉनिक इनवॉइसिंग, जीएसटी, यूपीआई, सस्ते मोबाइल इंटरनेट और कोविड-19 की वजह से तेजी से अपनाई जा रही टेक्नोलॉजी के दौर में अपने कारोबार को बढ़ा रहे हैं। हम व्यवसायों को हमारे सास प्लेटफॉर्म पर कोलेटरल फ्री कर्ज और भुगतान को दोगुना करने जा रहे हैं। यह फंडिंग हमें इंटरनेशनल बाजार में जाने के लिए आवश्यक ईंधन प्रदान करेगी।”
भारत में क्लियर को क्लियरटैक्स (ग्राहकों के लिए डिजिटल टैक्स प्लेटफॉर्म) की ओर से विकसित ब्रांड समझा जाता है। भारतीय व्यवसाय तेजी से खुद डिजिटाइज कर रहे हैं और इसमें भारत सरकार की ओर से लागू की जा रही नीतियां भी उन्हें प्रेरित कर रही हैं। फुली डिजिटल गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (जीएसटी) को तेजी देने और ई-इनवॉइस को अनिवार्य बनाने से क्लियर भारत का प्रमुख सास सेवाप्रदाता बन गया है। क्लियर ने हाल ही में वायबैंक (yBANQ) को खरीदा है और बी2बी पेमेंट्स में यह तेजी से विस्तार कर रहा है। नई फंडिंग का इस्तेमाल कंपनी के पेमेंट्स और क्रेडिट के विस्तार में किया जाएगा। यह प्रोडक्ट सुट को इंटरनेशनल मार्केट में लेकर जाएगा, जहां इसी तरह के बदलाव हो रहे हैं।
कंपनी का लक्ष्य 10,000 बड़े एंटरप्राइज और 10 मिलियन छोटे व्यवसायों को अगले कुछ वर्षों में अपनी सेवाओं से जोड़ना है।