मीरजापुर, (उ.प्र.) : विंध्याचल थाना अंतर्गत कंतित ग्राम में सोमवार की सुबह करीब 11 बजे एक छोटी लड़की अपने कुछ सहेलियों के साथ गंगा स्नान करने घाट पर गई हुई थी कि अचानक उसका पैर गहरे पानी में फिसलने के कारण डूबकर उसका मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवानी पुत्री शंकर निषाद 5 वर्ष निवासी सीखड़ जो अपने ननिहाल में रहती थी सुबह करीब 11 बजे अपने सहेलियों के साथ गंगा स्नान करने के लिए गई हुई थी लेकिन नहाते समय उसका पैर अधिक पानी में चला गया और वह देखते ही देखते गंगा में समाहित हो गई हो गई। उसके साथ आए लड़कियों में इसकी जानकारी उसके घर पर दिया तो गांव वालों सहित मौके पर पहुंच कर पहले खूब खोजा गया लेकिन उसका अता पता न चलने पर स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना विंध्याचल थाने पर दी। सूचना प्राप्त होते ही विंध्याचल थाना इंस्पैक्टर शेषधर पाण्डेय मय फोर्स के साथ मौके पर पहुंच कर गोताखोर की टीम बुलाकर अथक प्रयास किया गया लेकिन अथक प्रयास करने के बावजूद भी कुछ पता नहीं चला।वही गोताखोरों ने बताया कि पानी में बहाव अधिक है लेकिन चौबीस घंटे के अंतराल में शव का पानी से बाहर आने की संभावना व्यक्त किया गया।
बताया गया कि हिंछ लाल निषाद अपने पुत्री की विवाह कुछ वर्षो पहले ही सीखड़ में किए थे, लेकिन ससुराल में कुछ अनबन होने और टीबी रोग से ग्रस्त होने की वजह से वह अपने पिता हिंच्छ लाल के मिले महामाया आवास में रहती थी जिसका तीन महीने पूर्व ही मौत हो गई थी। इसी दौरान शिवानी के मृत्यु के बाद वह अपने नाना के घर पर रहने लगी थी।
पिता मजदूरी कर अपना जीवन यापन करता था
शिवानी के पिता शंकर निषाद सीखड़ में मजदूरी करके जीवन यापन करता था।बेटी की डूबने की सूचना पर वह रोते बिलखते हुए अपने ससुराल में पहुंचा।उसके गोद में एक दो वर्ष की लड़की लिए हुए था।
घाट पर शिवानी के कपड़े मिले
शिवानी को जब सभी खोज रहे थे तो उस समय गंगा घाट पर वह भले नहीं मिली, लेकिन उसके कपड़े वैसे ही रखे हुए मिले।