रिपोर्ट : तपेश विश्वकर्मा
मिर्जापुर, (उ.प्र.) : विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा दौरान अब तक जनपद में 74 महिला व 01 पुरूषों ने नसबन्दी जैसा परिवार नियोजन का स्थायी उपाय अपना लिया है। लाभार्थियों को गर्भनिरोधक साधन उपलब्ध कराये जाने का भी अभियान चलाया जा रहा है।
मुख्य चिकित्साधिकारी व नोडल अधिकारी डाॅ0 प्रभु दयाल गुप्ता ने बताया कि जिले में महिला नसाबन्दी 74, पुरूष नसबन्दी 01, अंतरा इंजेक्शन को 278 महिलाओं ने अपनाया, 264 महिलाओं ने प्रसव के बाद कांपर टी का टीका लगवाया है। स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत नसबन्दी कराने वाली महिलाओं को 2000 रूपये व पुरूषों को 3000 रूपये दिये जाते है। नसबन्दी के लिए दम्पत्ति को स्वास्थ्य केन्द्र पर लाने वाली आशा कार्यकत्र्री को पुरूष नसबन्दी पर 400 व महिला नसबन्दी पर 300 रूपये दिये जाते है। पखवाड़ा अभियान के तहत सीएमओ ने विकास खण्ड छानबे में कैम्प लगाकर 16 महिलाओं का खुद नसबन्दी किया।
इस अभियान के दौरान दो नसबन्दी कराने वाले पुरूषों से पूछा गया तो उसमें से एक जो विकास खण्ड सीटी का रहने वाला था उन्होने बताया कि अखबारों व लोगो से पता चला कि इस समय जनसंख्या नियन्त्रण पखवाड़ा चलाया जा रहा है जो अत्यन्त हमारे लिए खुशी की बात थी क्योकि मेरी आर्थिक स्थिति अच्छी नही थी इसलिए मैं नसबन्दी करना चाहता था इसके लिए मैं जिला चिकित्सालय गया जहां पर मेरी मुलाकात सुशीला देवी से हुई उन्होने नसबन्दी के बारे में मुझे काफी अच्छा सुझाव दिया मुझे काफी प्रशन्नता हुई उसके बाद मैने अपना नसबन्दी करवाया और मैं स्वस्थ्य पहले की तरह हूॅ।
दूसरा व्यक्ति जो विकास खण्ड जमालपुर का रहने वाला था उन्होने बताया कि मुझे इस बारे में घर-घर सम्पर्क कर रहे डाक्टरों की टीम के द्वारा हुआ जब मैं सुबह घर से निकल रहा था तो उसी समय डाक्टरों की एक टीम घर पर पहुंची उन्होने मुझे परिवार नियोजन के बारे में समझाया और उसके साधन भी उपलब्ध कराया इसके अलावा बताया कि नसबन्दी कराने से शरीर पर किसी भी प्रकार का प्रभाव नही पड़ेेगा आप पहले की तरह ही काम कर सकेगे और यह एक छोटा सा आपरेशन है जो एक दिन में करके आपको अस्पताल से छोड़ दिया जायेगा। उसके बाद मैं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जमालपुर गया और मैने अपना नसबन्दी करवाया। जिससे मैं काफी प्रशन्न हूॅ। यह परामर्श मै दूसरे को भी दे रहा हूॅ। जिनके एक से अधिक बच्चे है।