मुंबई : भारत की अग्रणी भुगतान एवं वित्तीय सेवा कंपनी और क्यूआर एवं मोबाइल भुगतान की शुरुआत करने वाली पेटीएम ने वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही के परिणामों की घोषणा की है। कंपनी ने ₹31 करोड़ ईबीआइटीडीए (ESOP लागत से पहले) के साथ ऑपरेटिंग प्रोफिटेबिलिटी हासिल कर लिया है, जो कि सितंबर 2023 की अपनी निर्देशित समय-सीमा से काफी पहले है।
पेटीएम ने अपने सभी व्यवसायों में रेवेन्यू की मजबूत गति देखी है। कंपनी ऑपरेशन्स से राजस्व बढ़कर ₹2,062 करोड़ हो गया है (इस तिमाही में कोई UPI प्रोत्साहन दर्ज नहीं किया गया), जो की 42% YoY की वृद्धि है। इस तिमाही में कंट्रीब्यूशन प्रॉफिट ₹1,048 करोड़ और नेट पेमेंट मार्जिन ₹459 करोड़ (120% YoY की वृद्धि) तक बढ़ गया है, जो पेमेंट बिज़नेस की बेहतर प्रोफिटेबिलिटी के कारण था।
कंपनी के ऋण वितरण व्यवसाय ने इस तिमाही में ₹9,958 करोड़ के 10.5 मिलियन ऋणों के साथ (अपने उधार देने वाले भागीदारों के साथ साझेदारी में) और विस्तार देखा।
शेयरधारकों को लिखे एक पत्र में, कंपनी के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने उपलब्धि की घोषणा की और कहा, “हमारे अगले प्रमुख लक्ष्य फ्री कैश फ्लो और ईबीआइटीडीए प्रोफिटेबिलिटी हैं। हमें विश्वास है कि हम निकट भविष्य में इसे हासिल करने में सक्षम होंगे।”