मुंबई : भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत जी-20 के एनर्जी ट्रांजिशन कार्य समूह की पहली बैठक के दूसरे दिन कार्बन उत्सर्जन को कम करते हुए क्लीन एनर्जी की तरफ कदम बढ़ाने पर गंभीरता से विचार-विमर्श हुआ।
तीन दिवसीय बैठक भारत की सिलिकॉन वैली बेंगलुरु में शुरू हुई थी। बैठक के दूसरे दिन जी-20 सदस्यों ने ‘ऊर्जा सुरक्षा और विविध आपूर्ति श्रृंखलाएं’ विषय पर चर्चा की। इसके साथ ही सदस्य देशों ने ऊर्जा दक्षता, उद्योगों से होने वाले कार्बन उत्सर्जन में कमी और ऊर्जा की खपत पर नियंत्रण जैसे विषयों पर भी अपने विचार साझा किए। बैठक के दौरान भारत ने क्लीन एनर्जी तक सार्वभौमिक पहुंच स्थापित करने पर जोर दिया। केंद्रीय विद्युत् और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय इस बैठक में एक सहयोगी की भूमिका निभा रहा है।
केंद्रीय विद्युत् और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह ने जी-20 बैठक से इतर अपने श्रीलंकाई समकक्ष कंचन विजेसेकरा के साथ द्विपक्षीय बैठक की। ऊर्जा मंत्रालय में सचिव आलोक कुमार और अतिरिक्त सचिव अजय तिवारी ने भी बैठक में हिस्सा लिया, जिसमें क्षेत्र से जुड़े तमाम मुद्दों और समस्याओं के अलावा आपसी सहयोग पर चर्चा की गई।
एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) ने क्षेत्र में एनर्जी एफिशिएंसी और सस्टेनेबल प्रथाओं को अपनाने को बढ़ावा देने के लिए इंडोनेशिया-मलेशिया-थाईलैंड ग्रोथ ट्राएंगल ज्वाइंट बिजनेस काउंसिल (आईएमटी-जीटी जेबीसी) मलेशिया के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस रणनीतिक साझेदारी के हिस्से के रूप में, ईईएसएल सफल कार्यान्वयन के सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड के साथ अपने पोर्टफोलियो से चुनिंदा ऊर्जा दक्षता कार्यक्रमों को निष्पादित करने के लिए तकनीकी सलाह, परियोजना प्रबंधन सहायता, अनुबंध और कार्यान्वयन सहायता प्रदान करेगा।
बैठक के पहले दिन भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत शुरू किए गए ‘कार्बन स्तर में कमी; उपयोग एवं भंडारण’ (सीसीयूएस) – तकनीक में कमियां और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग” का अनावरण किया गया। इस कार्यक्रम में फ्लू गैस कार्बन डाइऑक्साइड से मेथनॉल संश्लेषण पर आधारित एनटीपीसी की प्रमुख परियोजना का 3डी मॉडल प्रदर्शित किया गया। केंद्रीय विद्युत् और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह ने सीसीयूएस विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार स्थल का दौरा किया और एनटीपीसी द्वारा की गई पहलों पर चर्चा की।