
सामाजिक संगठनो ने भ्रष्ट मनपा अधिकारियों व ठेकेदारों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग
✍️ यशपाल शर्मा
मुंबई : मनपा एम/पूर्व विभाग अंतर्गत आने वाले गोवंडी शिवाजी नगर के प्लॉट नंबर 39. मे एक तीन मंजिला इमारत एकाएक देखते देखते धराशायी होने की खबर जोर पकड़ चुकी। जिसके चलते एम पूर्व का फैक्टरी और बिल्डिंग विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों को शक के कटघरे मे ला खड़ा किया है। उल्लेखनीय तौर स्थानीय सामाजिक मंडलों, संस्थानों ने मकान दुर्घटनाओ मे बढ़ती घायलो और मौतों की जिम्मेदार होने के कारण भ्रष्ट मनपा अधिकारियों व ठेकेदारो पर एफआईआर दर्ज करने की मांग काफी समय से जोर पकड़ चुकी है।
वहीं अगर स्थानीय जनता, विभिन्न सामाजिक संगठनो, मंडलों की बातों पर गौर करे तो भ्रष्ट मनपा वरिष्ठ अधिकारियों, संबंधित बिल्डिंग और फैक्टरी के अधिकारियों की ठेकेदारो के साथ खुली जुगल बंदी किसी से छुपी नहीं है। बताते है की भूमाफियाओ की मिलीभगत का सारा काला चिट्टा खोलकर रख दिया है। सूत्रों के अनुसार एक जी प्लस 4 मंजिला इमारत के निर्माण मे मकान मालिक को 20 लाख रुपए का ठेका उठाने वाले ठेकेदार तीन लाख रुपए बीएमसी के भ्रष्ट अधिकारियों की जेबें भरकर मनमाने तौर पर गगनचुम्बी बिल्डिंगो का निर्माण करते चले आ रहे है। कहा जाता है की बगैर किसी संस्थान के प्रमाण पत्र योग्यता के चलते आज हर घरों मे एक बिल्डिंग बानने वाले ठेकेदार मिलेंगे। जिसके कारण बगैर किसी तजुर्बे की मकान निर्माण के दौरान दुर्घटनाओ मे बढ़ती मौतों के जिम्मेदार है। कहा जाता है की दो वर्ष पूर्व किये गये निर्माण किये गये मकान आज की तारिख मे धराशायी होने की घटना बढ़ चुकी है। वहीं मकानों के धराशायी ठेकेदारो से लेकर भ्रष्ट मनपा अधिकारियों पर भी एफआईआर दर्ज होना चाहिये।