मीरजापुर : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देशन व जिला मलेरिया अधिकारी के मार्गदर्शन में गोदरेज सी एस आर के सहयोग से फैमिली हेल्थ इंडिया एवं जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा संचालित एम्बेड परियोजना के अंतर्गत मच्छर जनित रोगों से बचाव हेतु जनपद के चिन्हित गांवों में लोगों को किया जा रहा हैं जागरूक, जनपद मीरजापुर के चिन्हित गाँवों व स्कूलों में मलेरिया उन्मूलन हेतु फैमिली हेल्थ इण्डिया की टीम के सदस्यों द्वारा ग्रामीणों को मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए जहां भली भांति समझाया जा रहा हैं वहीं लाउडस्पीकर के साथ मुनादी कर क्षेत्रों में मच्छरों के प्रजनन स्रोतों को नष्ट कराया जाना अति आवश्यक है एवं मलेरिया व डेंगू से बचाव हेतु जागरूक किया जा रहा हैं। इसके लिए समस्त आशा कार्यकर्ताओं, आगनवाड़ी बहनों को प्रशिक्षित भी किया गया है। जांच में मलेरिया धनात्मक पाए जाने पर जल्द से जल्द रोगी का नि:शुल्क पूर्ण उपचार हेतु नजदीकी अस्पताल पर भेजा भी रहा हैं। फैमिली हेल्थ इण्डिया के जिला समन्वयक सत्यप्रकाश सिंह का कहना हैं कि मलेरिया से बचाव के सावधानी बरतने की आवश्यकता हैं। श्री सिंह का मानना हैं कि
▪️हफ्ते भर में अंडा बन जाता है मच्छर :
मलेरिया का प्रसार मादा एनोफिलीस मच्छर के काटने से होता है। एक अंडे से मच्छर बनने की प्रक्रिया में पूरा एक सप्ताह का समय लगता है। इस कारण सप्ताह में एक बार एंटीलार्वा का छिड़काव किया जाता है। यदि किसी जलपात्र में पानी है तो उसे सप्ताह में एक बार जरूर खाली कर दें। जैसे कूलर, गमला, टीन का डिब्बा, नारियल का खोल, डिब्बा, फ़्रिज के पीछे का डीफ्रास्ट ट्रे की सफाई हमेशा करते रहना आवश्यक है। मलेरिया से संक्रमित व्यक्ति का समय से इलाज शुरू होने पर जान जाने का खतरा कम हो जाता है।
▪️क्या करें :
मलेरिया से बचाव के लिए रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए। आसपास दूषित पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए। साफ-सफाई रखनी चाहिए। बुखार होने पर तत्काल आशा से संपर्क करें या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर परामर्श लें। सही समय पर निदान उपचार होने से रोगी पूर्णतः स्वस्थ हो जाता है।