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एआई और रोबोटिक्स टेक्नोलॉजी नौकरियों की अगली लहर के लिए महत्वपूर्ण: डॉ. अश्वथ नारायण सी एन

एआई और रोबोटिक्स टेक्नोलॉजी नौकरियों की अगली लहर के लिए महत्वपूर्ण: डॉ. अश्वथ नारायण सी एन

मुंबई : भारत में एआई और रोबोटिक्स के नवाचार का वैश्विक अग्रणी परितंत्र बनाने पर केन्द्रित होकर बेंगलुरू के एक गैर-लाभकारी फाउंडेशन, एआई एंड रोबोटिक्स टेक्नोलॉजी पार्क (आर्टपार्क) ने आज आर्टपार्क इनोवेशन समिट 2022 का आयोजन किया। इस समिट में देश की अनकनेक्टेड आबादी को अग्रणी तकनीकों, जैसे 5जी, एआई और रोबोटिक्स से जोड़कर भारत के मेट्रो शहरों के बाहर रोजगार की वृद्धि की अगली लहर निर्मित करने पर चर्चा की गई। इस अवसर पर माननीय मंत्री डॉ. अश्वथ नारायण सी एन (आईटी, बीटी एवं एसटी, उच्च शिक्षा, कर्नाटक सरकार)ने बताया कि आईटी और बीपीओ की लहर के बाद नौकरियों की अगली लहर निर्मित करने के लिये एआई और रोबोटिक्स टेक्नोलॉजी नौकरियों की अगली लहर के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगी।

एक दिन के इस मिश्रित आयोजन का थीम था ‘कनेक्टिंग द अनेकनेक्टेड” (“जो जुड़ा हुआ नहीं है, उसे जोड़ना’’), स्मार्ट और संवहनीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था का निर्माण। यह आयोजन ऐतिहासिक फैकल्टी हॉल, आईआईएससी, बेंगलुरू में हुआ था। इस सम्मेलन में भाग लेने वालों, जैसे माननीय मंत्री (आईटी, बीटी, एसटी, उच्च शिक्षा) डॉ. अश्वथ नारायण सी एन, नीति आयोग के वाइस चेयरमैन डॉ. राजीव कुमार, प्रशांत प्रकाश (एक्सेल), डॉ. चिंतन वैष्णव (मिशन डायरेक्टर, अटल इनोवेशन मिशन), श्री राम सेवक शर्मा (सीईओ, एनएचए, एक्स चेयरमैन ट्राइ) और उद्योग, शिक्षा जगत तथा सरकार के कई अन्‍य समान सोच वाले नवाचार प्रेमी शामिल थे।

डॉ. अश्वथ नारायण सी एन ने आगे कहा, “हमने आर्टपार्क के निर्माण में सहयोग दिया है और उनकी यह बड़ी पहल शहरी भारत के बाहर के युवाओं की डिजिटल काम की अगली पीढ़ी तक पहुँचने और एआई से संचालित भविष्य में फलने-फूलने के लिये जरूरी कुशलताएं पाने में मदद करेगी। इस सम्मेलन में आने का अनुभव खुशी देने वाला रहा और आत्मनिर्भर भारत के लिये आर्थिक वृद्धि का नया मॉडल बनाने में कर्नाटक नेतृत्व की भूमिका में होगा।”

नीति आयोग के वाइस चेयरमैन डॉ. राजीव कुमार ने इस सम्मेलन में वर्चुअल तरीके से भाग लिया था। उन्होंने कहा, “’भारत के पास अपनी ग्रामीण अर्थव्यवस्था की पूरी क्षमता को सामने लाकर विश्व में अग्रणी बनने की क्षमता है, 5जी, एआई और रोबोटिक्स जैसी भविष्यवादी तकनीकें यह सपना बहुत तेजी से साकार करने और नौकरियों की अगली बड़ी लहर बनाने में मदद करेंगी। हम अपने नीति अटल इनोवेशन मिशन के तहत पहले से आर्टपार्क के साथ काम कर रहे हैं और ऐसे अभिनव स्टार्टअप्स को सहयोग दे रहे हैं, जो ग्रामीण इलाकों में कनेक्टिविटी लाने की गंभीर समस्या को हल कर रहे हैं और समावेशी स्वास्थ्यरक्षा तथा शिक्षा को संभव बना रहे हैं।”

भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग में सचिव डॉ. एस चंद्रशेखर ने कहा, “डिजिटल और फिजिकल कनेक्टिविटी के नवाचार भारत की वृद्धि और आत्मनिर्भरता के विचार के लिये महत्वपूर्ण हैं। नवाचार के एक खुले परितंत्र में उद्योग, शिक्षा जगत और सरकार को एक साथ लाकर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग का एनएम-आईसीपीएस मिशन उन नवाचारों में तेजी लाने का एक नया तरीका आजमा रहा है, जो भविष्य में भारत की समृद्धि के लिये महत्वपूर्ण और रणनीतिक हैं। आर्टपार्क (आईआईएससी का प्रौद्योगिकी नवाचार केन्‍द्र) द्वारा आयोजित आर्टपार्क इनोवेशन समिट इस प्रक्रिया में आगे की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।”

आर्टपार्क के सीईओ श्री उमाकांत सोनी ने कहा, “हम आर्टपार्क इनोवेशन समिट के पहले संस्‍करण का समापन एक फायदेमंद चरण पर करते हुए खुश हैं। पीडब्ल्यूसी के शोध के मुताबिक एआई से संचालित अनुभव की अर्थव्यवस्था का नया आर्थिक मूल्य 15.7 ट्रिलियन डॉलर होने वाला है। भारत को एआई और रोबोटिक्स की क्रांति में अग्रणी रखने के लिये हमें यह जानना होगा कि यह टेक्नोलॉजीस ग्रामीण भारत में नई नौकरियों का सृजन कैसे कर सकती हैं और बिना जुड़े लोगों के लिये अगली पीढ़ी की स्वास्थ्यरक्षा एवं शिक्षा तक बेहतर पहुँच कैसे बना सकती है। इस समिट का लक्ष्य था यह समझने में लोगों की मदद करना कि भारत को ऐसे बड़े शहर नहीं चाहिये, जहाँ रहना संभव न हो; बल्कि भारत को छोटे इलाके चाहिये, जो स्‍वभाव से ज्यादा संवहनीय हों और एआई द्वारा संचालित अनुभव की अर्थव्यवस्था के फायदे ले सकें। और इसके लिये हमें ‘बिना जुड़े को जोड़ने’ की यह समस्या हल करनी होगी। आर्टपार्क में हम मानवीय प्रयास के हर आयाम को नया आकार देने के लिये एआई और रोबोटिक्स की ताकत का इस्तेमाल कर रहे हैं: खासकर अगली पीढ़ी के परिवहन, शिक्षा, रोजगार और स्मार्ट, संवहनीय गांवों के निर्माण में।

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