फिल्म’ कगार’ फेम अभिनेता अमिताभ दयाल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से फ़िल्म इंडस्ट्री के लिए शूटिंग व अन्य सुविधा देने पर चर्चा की
मुंबई /छत्तीसगढ़: एन चंद्रा के निर्देशन में बनी फिल्म’ कगार’ के मुख्य नायक अमिताभ दयाल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रीभूपेश बघेल से उनके निवास कार्यालय पर शुक्रवार 30 जुलाई 2021 मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान अभिनेता अमिताभ दयाल ने छत्तीसगढ़ में फ़िल्म इंडस्ट्री के लिए शूटिंग, फिल्मसिटी व कलाकारों के सम्मान करने जैसे कई विषयों पर चर्चा किया। बघेल ने दयाल के इस पहल के लिए सराहना की। और बाद में सीएमओ छत्तीसगढ़ के ऑफिसियल पेज पर इस मीटिंग की ख़बर को शेयरभी किया गया। जिसके लिए अमिताभ दयाल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात के बाद अमिताभ दयाल ने कहा, “छत्तीसगढ़ मेरी मातृभूमि है और मुंबई मेरी कर्मभूमि है। मैं चाहता हूँ कि बाकी राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ में भी फिल्मवालों को सभी सुविधाएँ व सहयोग सरकार दे। जिससे यहाँ के लोगों को एक अच्छा मौका मिले और वे छत्तीसगढ़ की कला व संस्कृति को दुनिया भर में पंहुचा सके और राज्य को एक अलग पहचान दिला सके व अपनी मिटटी से जुड़े रहे।मैं अपनी जन्मभूमि के लोगों से बहुत प्यार करता हूँ, इसलिए मैं चाहता हूँ कि उनको राज्य में ही मौका मिले, जिससे उनको दर दर नहीं भटकना पड़े। वैसे बघेल जी बहुत ही सज्जन, मिलनसारव अनुभवी व्यक्ति है। इसलिए उम्मीद करता हूँ कि जल्द ही इस पर विचार करके कोई ठोस कदम उठाएंगे।”
अभिताभ दयाल एन चंद्रा की फिल्म ‘कगार’ में हीरो थे, इसके अलावा फिल्म ‘ विरुद्ध’ में अमिताभ बच्चन के सामने बतौर मुख्य खलनायक की भूमिका निभा चुके है। इसके अलावा दो हिंदी और दो मराठी फिल्मों का निर्माण किया है। वैसे ये बिलासपुर में पैदा हुए थे, पढाई बिलासपुर, भिलाईऔर रायपुर इत्यादि जगहों पर हुई और बाद में मुंबई आकर बस गए। आजकल अभिनेता, निर्माता व निर्देशक अमिताभ दयाल कॉर्पोरेट कंपनियो के विज्ञापन, म्यूजिक विडिओ व विज्ञापन फिल्मे बनाने व्यस्त है और लन्दन में भी प्रोडक्शन हाउस है जिसके कारण काफी समय उनका मुंबई और लंदन में ही बीतता है। कुल मिलाकर अमिताभ दयाल बहुमुखी प्रतिभाशाली हँसमुख व्यक्ति है। लेकिन लगता है कि शायद अब वे राजनीति में आने का विचार कर रहे है। जबकि उन्होंने अभी इसपर कोई जवाब नहीं दिया, बल्कि हँसकर सवाल को टाल गए। अब वक्त ही बताएगा कि इस मुलाकात का क्या परिणाम निकलता है? वैसे यदि उनके इस प्रयास से छत्तीसगढ़ में फिल्म इडस्ट्री या वहां के कलाकारों के हित में डेवलपमेन्ट होता है तो वे वहॉं के लोगों के लिए एक मिशाल बन जायेंगे और उनके इस प्रयास के लिए और उनके योगदान को वहां की जनता हमेशा याद रखेगी।