रिपोर्ट : निर्णय तिवारी
छतरपुर, (म0प्र0) : भारत सरकार के हेल्थ मिनिस्ट्री ने कोविड आपदा संक्रमणकाल में बचने के लिए प्रोनिंग पर एडवाईजरी जारी की है। यह (प्रोनिंग) स्वयं की देखभाल के लिए जरूरी है। प्रोनिंग में मरीजों को सबसे पहले पेट के बल लिटाया जाता है, जिसमें व्यक्ति का चेहरा नीचे की ओर होता है। उसके दोनों हाथ सीधे होकर कमर तक रहते हैं और इस स्थिति में पैर भी सीधे होते हैं।
प्रोनिंग में स्वांस की गति को आराम देने और आॅक्सीजन के स्तर में सुधार करने के लिए व्यक्ति के द्वारा स्वयं नेसर्गिक रूप से स्वास्थ्य को बेहतर करने में मदद मिलती है। कोविड-19 रोगियों में सांस लेने में आराम के साथ-साथ विशेष रूपए से घर में आइसोलेशन के लिए रहना और प्रोनिंग करना बेहद ही फायदेमंद होता है। प्रोनिंग के लिए निम्नानुसार चार अवस्थाएं बतलाई गई हैं। इसे करने से स्वांस में बेहतर सुधार होता है।