रिपोर्ट : निर्णय तिवारी
छतरपुर, (म0प्र0) : कोरोना से संक्रमित होने वाले जो मरीज गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती हैं और उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है तो उनके लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था जिला प्रशासन और अस्पताल प्रशासन द्वारा किए जाने का दावा किया जा रहा है। अभी ऑक्सीजन का टैंकर जिला अस्पताल में आया और तमाम दानदाताओं द्वारा ऑक्सीजन सिलेण्डर लोगों की जीवन रक्षा हेतु दिए जा रहे हैं। इसके बावजूद भी अस्पताल में मरीजों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल रही जिस कारण लोग खुद ऑक्सीज सिलेण्डर की व्यवस्था करने के लिए निकलते हैं लेकिन ऐसे लोगों को पुलिस का भी शिकार होना पड़ता है। टौरिया मोहल्ला छतरपुर निवासी राजेन्द्र साहू ने सोशल मीडिया में जो बयान दिए और उनके बयानों का जो वीडियो जारी हुआ वह बहुत ही चौंकाने वाला है। क्योंकि वह कोविड से अपने बीमार भाई प्रदीप साहू निवासी सौंरा रोड के लिए ऑक्सीजन के व्यवस्था करने चंद्रपुरा जा रहा था तभी उसे पन्ना नाके पर मंगलवार को पुलिसकर्मियों ने रोक लिया और गाड़ी साइड से लगाने को कहा। जैसे ही राजेन्द्र साहू ने गाड़ी साइड से लगाई और कलेक्टर से उसने अपनी समस्या बताई कि उसका भाई जिला अस्पताल के चौथी मंजिल पर पलंग नं. 4 में कोविड संक्रमण से भर्ती है और उसको ऑक्सीजन की जरूरत है। पता चला कि चंद्रपुरा में पाठक के यहां ऑक्सीजन सिलेण्डर मिल रहा है तो वहां सिलेण्डर लेने जा रहा है। लेकिन उसकी एक नहीं सुनी गई और पुलिसकर्मियों ने उसे बुरी तरह से पीटा जिससे उसके हाथ और शरीर के पिछले हिस्से में तमाम जगह चोटें आईं। पुलिस के इस अमानवीय रवैये की लोगों ने घोर निंदा की है। सोमवार को भी पुलिसकर्मियों ने वेयर हाउस के कर्मचारी को इतना पीटा था कि उसका हाथ टूट गया था।