Khula Sach
खेलताज़ा खबरदेश-विदेशराज्य

पानी फाउंडेशन ने कृषि क्षेत्र में क्रांति लाई: उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

– बालेवाड़ी में भव्य समारोह में फार्मर कप प्रतियोगिता का समापन हुआ
– हजारों किसानों की उपस्थिति
– अमरावती के परिवर्तन किसान समूह ने पहला फार्मर कप जीता

मुंबई : आमिर खान पानी फाउंडेशन का आइडिया लेकर आए थे. इतना ही नहीं, पानी फाउंडेशन ने लगातार पानी के संरक्षण और किसानों की मदद के लिए काम किया है. पहले वाटर कप के माध्यम से जल आत्मनिर्भर गांव बनाए गए. अब किसान कप के माध्यम से जहर मुक्त खेती और किसान समूह बनाकर महाराष्ट्र में किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए एक सुंदर मॉडल तैयार किया गया है. यह विचार राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रखे. साथ ही कहा की पानी फाउंडेशन ने कृषि क्षेत्र में क्रांति ला दी है.

पानी फाउंडेशन ने बालेवाड़ी स्थित शिव छत्रपति खेल परिसर में ‘सत्यमेव जयते, किसान कप 2022’ का भव्य पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया. इस वक्त फडणवीस बोल रहे थे.इस समय पानी फाउंडेशन के संस्थापक आमिर खान और किरण राव के साथ सत्यजीत भटकल, डॉ.अविनाश पोल, पद्मश्री पोपटराव पवार, कृषि आयुक्त सुनील चव्हाण, निर्देशक आशुताश गोवारिकर,अभिनेता अतुल कुलकर्णी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. इस मौके पर प्रदेश के सभी जिलों से हजारों की संख्या में महिला और पुरुष किसान मौजूद थे.इस आयोजन में पानी फाउंडेशन के राज्य स्तरीय फार्मर कप 2022 का पुरस्कार अमरावती के परिवर्तन किसान समूह को दिया गया.

उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, जलवायु परिवर्तन के कारण कृषि के सामने बड़ी चुनौतियां हैं. ऐसे में किसान को सूखे, अतिवृष्टि के चक्र से बाहर निकालने के लिए स्थायी कृषि का कोई विकल्प नहीं है और उसके लिए विष मुक्त, प्राकृतिक कृषि को अपनाना होगा. उत्पादन लागत को कम करके मिट्टी की बनावट में सुधार करना होगा. यह सब काम हम प्राकृतिक खेती से कर सकते हैं. राज्य में कैंसर के मामले बढ़े हैं. इसलिए हमें प्राकृतिक खेती में आना होगा. इस मौके पर उन्होंने बजट में किसानों के लिए लाई गई योजनाओं का भी जिक्र किया.

अगर किसानों को थोड़ी मदद दी जाए तो वे अच्छी तरक्की कर सकते हैं. इसलिए खेत, शेड जाल, बुआई मशीन, विभिन्न उपकरण और अन्य कृषि इनपुट उपलब्ध कराने के लिए 1 हजार करोड़ का प्रावधान किया जाएगा. सरकार की जल नीति के अलावा वाटर कप ने किसानों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित किया. फडणवीस ने इस बात पर भी जोर दिया कि पानी के प्याले ने प्रकृति के चक्र के कारण किसानों को उनकी क्षमता की याद दिलाने का काम किया है और ग्रामीण इलाकों के कई गांव पानी से स्वतंत्र हो गए हैं.

किसानों को सोलर फीडर से 12 घंटे बिजली

किसानों की प्रतिदिन 12 घंटे बिजली की मांग सही है.इसके लिए कृषि फीडरों को सौर ऊर्जा पर लाया जाएगा.इस वर्ष 30 प्रतिशत फीडर सौर ऊर्जा से संचालित होंगे.अगले दो साल में बाकी फीडर सौर ऊर्जा से संचालित होंगे और कृषि को दिन में 12 घंटे बिजली मिल सकेगी.इसके लिए सरकारी बंजर भूमि का उपयोग किया जाएगा.इसके साथ ही फीडर के पास खेत में फसल नहीं होने पर सरकार ऐसी कृषि भूमि को 30 साल के लिए सोलर के लिए लीज पर देने को तैयार है.इस जमीन का मालिक किसान होगा.30 साल के बाद जमीन किसान को वापस कर दी जाएगी.इससे किसानों को आमदनी भी हो सकती है.

पानी फाउंडेशन की कहानी सुनाते हुए फडणवीस ने कहा, आपने जो बदलाव किया है, उसे आप दिखाएंगे तो मायूस किसान फिर से खड़ा हो जाएगा और ऐसा करने के लिए सरकार किसानों के पीछे खड़ी होगी. उन्होंने पानी फाउंडेशन से 4 लाख किसानों को प्राकृतिक खेती में बदलने का लक्ष्य निर्धारित करने का आग्रह किया.

आमिर खान ने कहा, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पानी फाउंडेशन की यात्रा में हमेशा समर्थन किया है.उनके सकारात्मक सहयोग से अच्छा कार्य हुआ है. किसान समूह बनाकर अपनी क्षमता का निर्माण करें.वैज्ञानिक और शोधकर्ता जो कहते हैं उसे लें और आगे बढ़ें. आने वाले समय में महाराष्ट्र और भारत में हजारों कृषि उद्यमी तैयार हों. कृषि को व्यवसाय के रूप में देखते हुए युवाओं को कृषि की ओर रुख करना चाहिए, समस्याओं को दूर कर आगे बढ़ना चाहिए. इस मौके पर सत्यजीत भटकल व पोल ने पानी फाउंडेशन के कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी.

महात्मा फुले कृषि विश्वविद्यालय राहुरी के कुलपति डॉ.प्रशांत पाटिल और डॉ.पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय अकोला के कुलपति डॉ.शरद गडाख, कृषि विभाग के प्रमुख सचिव एकनाथ डावले, कृषि आयुक्त सुनील चव्हाण,सह्याद्री फार्मेसी के विलास शिंदे, विभिन्न फसलों के लिए डिजिटल फार्मिंग स्कूल गाइड, विभिन्न फसलों के लिए एसओपी प्रदान करने वाले गाइड, कृषि दस्तावेजी सत्यापन विशेषज्ञ, पोकरा परियोजना के विजय कुवलेकर,एबीपी माझा के राजीव खांडेकर, पानी फाउंडेशन से सहयोग करने वाले, किसानों के लिए डॉक्यूमेंट्री बनाने में सहयोग करने वाली संस्थाओं, कृषि विशेषज्ञों आदि को सम्मानित किया गया.

भारतीय जैन संघ के शांतिलाल मुथा, कृषि सचिव एकनाथ डावले ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई.अभिनेता अतुल कुलकर्णी, सह्याद्री एग्री फार्म के विकास शिंदे, राहुरी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रशांत पाटिल, पंजाबराव कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति शरद गदख आदि उपस्थित थे.

इस मौके पर ध्वनि चित्रफीत की टीम व शहीर अवधूत गांधी, नृत्य निर्देशक फुलवा खामकर की ओर से नृत्य प्रस्तुति के माध्यम से पानी फाउंडेशन के कार्यों की जानकारी दी गई. नीरज नारकर और स्प्रूहा जैशी ने सूत्रसंचालन किया

पानी फाउंडेशन द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय फार्मर कप प्रतियोगिता के विजेताओं के नाम

  • प्रथम पुरस्कार- परिवर्तन शेतकरी गट , वाठाेडा, ता. वरुड, जि. अमरावती, राशि 25 लाख रु.
  • द्वितीय पुरस्कार- चित्रा नक्षत्र महिला शेतकरी गट, गोळेगाव, खुलताबाद, जिला. औरंगाबाद, राशि 15 लाख रु.
  • संयुक्त तृतीय पुरस्कार -जय योगेश्वर शेतकरी गट, डांगर बुद्रुक, अमळनेर, जलगाँव, राशि रु. 5 लाख
  • संयुक्त तृतीय पुरस्कार -उन्नति शेतकारी गट, वारंगा तर्फे नांदापूर, कळमनुरी, जिला.हिंगेली, राशि. 5 लाख रु.

Related posts

फास्टैग प्रबंधन में ट्रक मालिकों को हो रही समस्या : व्हील्सआई

Khula Sach

Varanasi : क्वांन की डो प्रतियोगिता हेतू रेफरी ट्रेनिंग प्रोग्राम एवं राष्ट्रीय प्रतियोगिता के पदक विजेता खिलाड़ियों का सम्मान समारोह सम्पन्न

Khula Sach

Daily almanac & Daily Horoscope : आज का पंचांग व दैनिक राशिफल और ग्रहों की चाल 18 दिसंबर 2020

Khula Sach

Leave a Comment