रिपोर्ट : आशुतोष गुप्ता
मिर्जापुर, (उ.प्र.) : जिलाधिकारी की अध्यक्षता मे 16 जून 2021 को मुख्यमंत्री सेवा योजनान्तर्गत गठित जिला टास्क फोर्स की बैठक का सम्पन्न हुई। जिसमें कोविड-19 से मृत हुए लोगो के आश्रित बच्चो को उनके शिक्षा एवं पालन हेतु आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने की समीक्षा की गई। आज की बैठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद मीरजापुर में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजनान्तर्गत प्रारम्भिक चरण में कुल 40 को चिन्हांकन किया गया, जिला बाल संरक्षण इकाई, वन स्टाप सेन्टर, महिला शक्ति केन्द्र, चाइल्ड लाइन के विभिन्न कार्मिको के माध्यम से सभी 40 बच्चो के परिवारजनो से मिलकर उनका आवेदन पत्र भरवाते हुए सत्यापन किया गया, जिसमें पाया गया कि 15 बच्चे विभिन्न कारण (जैसे:- 18 वर्ष से अधिक उम्र होना, उत्तर प्रदेश का मूल निवासी न होना, परिवार की आय निर्धारित धनराशि रू0 2 लाख से अधिक होना इत्यादि) अग्रेत्तर कार्यवाही हेतु विचारणीय नही पाया गया है। शेष 25 आवेदन पत्र पूरित कराते हुए स्थलीय सत्यापन हेतु सम्बन्धित उप जिलाधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी को प्रेषित किया गया। इसके से 07 आवेदन पत्रो का पूर्ण सत्यापन उप जिलाधिकारी सदर के द्वारा प्राप्त हुआ, जिसपर जिला टास्क फोर्स द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने हेतु सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान की गई। जिलाधिकारी द्वारा जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिया गया कि शेष 18 आवेदन पत्रो को यथाशीघ्र सत्यापित कराते हुए समिति के समक्ष प्रस्तुत कराये। जिलाधिकारी द्वारा कहा गया कि अनाथ बच्चो की मदद करना बहुत ही पुण्य का कार्य है, इसमें किसी प्रकार की शिथिलता नही होनी चाहिए। उक्त बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति, केन्द्र प्रबन्धक, वन स्टाप सेन्टर, महिला कल्याण अधिकारी, संरक्षण अधिकारी, विधि सह परिवीक्षा अधिकारी, सनवर अली एस0जे0पी0यू0 प्रभारी, यूनिसेफ तकनीकी रिसोर्स पर्सन, सत्येन्द्र अग्रहरी, देवेन्द्र नरायण शर्मा, दिव्या जायसवाल इत्यादि लोग उपस्थित रहे।