जनमानस को परेशानी से बचाने के लिए यूनियन ने दिया 18 एंबुलेंस
रिपोर्ट : बृजेश गोंड
मिर्जापुर, (उ.प्र.) : ठेका प्रथा से मुक्त करने और एनआरएचएम में विलय किए जाने को लेकर प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर पूरे जनपद में एंबुलेंस का पहिया रोक दिया है। हांलाकि जनता की समस्या को देखते हुये यूनियन के सहमति पर जनपद को 18 एंबुलेंस दे दिया गया है, ताकि बहुत सीरियस केस पर गाड़ी पहुच मरीज को अस्पतालों मे पहुचा सके, लेकिन उनकी जो मागी है उसको लेकर सरकार की अभी नीद नही टूटी है। जिसको देखते हुये चालकों ने अपनी एंबुलेंस सहित चन्दईपुर के मैदान मे खड़ी कर दिये है।
इन लोगो के यह जगह चुनने के पीछे लाजिक यह दिया जा रहा है कि यहां से देश के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी तमाम योजनाओ की घोषणाएं यहां से कर चुके है। इसलिये एंबुलेंस चालकों ने अपने हित मे फैसला आने के उम्मीद में इस जगह का चुनाव किया है। नही तो जनपद मे बहुत सारी जगह है, उनका धरने के लिये चुनाव किया गया होता।
यूनियन के जिला अध्यक्ष के अनुसार रात मे जिला प्रशासन के लोग आये थे और हड़ताल को खत्म करने की बातें कह रहे थे। लेकिन जबतक हमारी मागे नही सुनी जाती तब तक हम लोग यही डटे रहेंगे। जिला प्रशासन के कहने पर और तीमारदारो की समस्या को देखते हुये हमने टोटल 18 गाड़ियों को अपने ही चालकों को चलने के लिये दे रख्खी है हमे उमीद है की हमारी मागे जल्द सुनी जायेगी।
जब उनसे पूछा गया की क्या आप ने जिला प्रशासन के दबाव मे गाड़िया छोड़ी है तो उन्होने कहा नही ऐसी कोई बात नही है। जिला प्रशासन के लोग अच्छे है हमने लोगो की समस्या को देखते हुये जिला प्रशासन के कहने पर अपने स्वेच्छा से 18 गाड़िया दे रख्खा है ताकि आम जन मानस को किसी तरह की परेशानी न हो।