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“ऑन लाइन काव्य गोष्ठी में कवियों ने बांधी शमा, लोग हुए भाव विभोर”

✍️ रीता सिंह

“श्रीयम न्यूज़ नेटवर्क” के बैनर तले “श्रीयम साहित्य” के तत्वाधान में 8 मई को ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। श्रीयम न्यूज़ नेटवर्क के निदेशक ताराचंद विश्वकर्मा ने बताया कि वह समय समय पर ऐसे आयोजन करते रहते हैं। इस काव्य सम्मलेन में देश के विभिन्न राज्यों से प्रसिद्ध कवि कवियित्रीयों ने बढ़- चढ़ कर भाग लिया। काव्य सम्मलेन का संचालन बैंगलोर से रीता सिंह ने किया औऱ एक हास्य काव्य पाठ भी किया। बैंगलोर से ख्याति प्राप्त डॉ अरविन्द गुप्ता जी व बैंगलोर से ख्याति प्राप्त डॉ मंजू गुप्ता जी इस काव्य सम्मलेन में मुख्य अतिथि थे।

कई मंच से पुरस्कृत डॉ मंजू गुप्ता बैंगलोर में कुछ अहिंदी भाषी बच्चों को हिन्दी काव्य लेखन सिखाने का प्रयत्न कर रही हैं महिला प्रेरणा मंच पर सह सचिव रह चुकी डॉ मंजू गुप्ता साहित्य साधक मंच व अन्य सम्मानित मंचों पर कविता पाठ व साहित्यिक चर्चा, राष्ट्रीय कवि संगम कर्नाटक पर उपाध्यक्ष पद पर व अभिव्यक्ति राष्ट्रीय चेतना मंच पर अध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं। डॉ मंजू गुप्ता ने अपनी मधुर आवाज में माँ को समर्पित एक सुन्दर कविता सुनाई। लोग मंत्रमुग्ध हो कर उनको सुनते रहे। सभी के आग्रह पर उन्होंने एक औऱ रचना सुनाई।

डॉ अरविन्द गुप्ता ने लगभग तीस वर्षों तक सेना में अध्यापन कार्य किया जहाँ उनकी सेवाओं के लिए “मेरिटोरियस सर्विस मेडल” से सम्मानित किया गया। डॉ अरविन्द गुप्ता शोध पत्रिका ‘राष्ट्रीय चेतना’, ‘अनुगूंज’ पत्रिका एवं ‘इंद्रधनुष’ बाल पत्रिका के संपादक और संयोजक के रूप में साहित्य में अपना योगदान दे रहे हैं। डॉ अरविन्द गुप्ता ने पर्यावरण पर एक सुन्दर रचना सुनाई व कवियों के आग्रह पर एक रचना औऱ सुनाई। इस काव्य सम्मलेन में पटियाला (पंजाब) से तेजिंदर दत्त फुलारा ने मुक्तक सुना कर सबका मन मोह लिया।

अलवर राजस्थान से जे. डी. राणा ने राजस्थान के वीरों पर एक रचना सुनाकर वीर देश भक्तों को याद किया। मिर्जापुर से तुषार विश्वकर्मा ने मातृ दिवस पर कविता सुनाकर एक सन्देश दिया कि साल में सिर्फ एक रविवार ही नहीं बल्कि हर दिन माँ का होता है। बीकानेर राजस्थान से राजगुरु शिवदान सिंह ने श्रंगार रस पर अपनी कविता सुनाई। आबूरोड से शिवा सिंहल ने माँ पर एक सुन्दर रचना सुना कर सभी का मन मोह लिया।

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