Khula Sach
कारोबारताज़ा खबर

स्कूल पाठ्यक्रम में तकनीक आधारित विषयों को शामिल करने की छात्रों की मांग : ब्रेनली सर्वे

~ 52% भारतीय छात्र टेक्नोलॉजी में अपना कॅरिअर बनाने में रुचि रखते हैं 

मुंबई : तकनीक आधारित विषय जैसे प्रोडक्ट इंजीनियरिंग, डेटा एनालिटिक्स और कोडिंग को स्कूल के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने की मांग भारतीय छात्रों द्वारा एक सर्वेक्षण के दौरान जताई गयी। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी  दिवस (11 मई) के अवसर पर दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म ब्रेनली ने बच्चों से टेक्नोलॉजी को लेकर उनकी राय, प्राथमिकताएं और प्रवृत्तियों के बारे में जानकारी हासिल करने के उद्देश्य से सर्वेक्षण किया।

इस सर्वेक्षण में 1500 से अधिक भारतीय छात्र शामिल हुए थे।  इनमें से (72%) छात्रों ने तकनीक आधारित विषयों को स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की। अन्य 47% छात्रों ने निर्णायक रूप से कहा कि किसी भी स्ट्रीम में टेक्नोलॉजी का अध्ययन महत्वपूर्ण हो गया है। 52% भारतीय छात्र टेक्नोलॉजी में अपना कॅरिअर बनाने में रुचि रखते थे। सर्वे में रिस्पॉन्स देने वाले केवल 30% ने ही दूसरी स्ट्रीम्स को प्राथमिकता दी। 59% छात्रों ने आगे खुलासा किया कि वे कोड, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा और अन्य तकनीकी अवधारणाओं को सीखने में रुचि रखते थे।

भले ही देश में लॉकडाउन जारी है, लेकिन भारतीय छात्र सीखने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। आधे से अधिक छात्रों (54%) ने कहा कि उन्होंने लॉकडाउन के दौरान तकनीक से संबंधित पाठ्यक्रमों में अपना नॉमिनेशन कराया था। इस सर्वे की एक और दिलचस्प खोज यह थी कि इंटरनेट देश के लिए सच्चा संबल बन रहा है, खासकर जब तकनीकी विषयों का अध्ययन करने की बात आती है। लगभग 41% छात्रों ने महसूस किया कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ने उन्हें इस संदर्भ में सबसे ज्यादा मदद की। उनके कुछ पसंदीदा विकल्पों में यूट्यूब चैनल, एडटेक ऐप्स और ब्लॉग शामिल थे। उनमें से 20% ऑफ़लाइन कक्षाओं के साथ गए, 15% ने अपने माता-पिता की मदद ली, और उनमें से 8% अपने दोस्तों व साथियों पर निर्भर थे।

ब्रेनली के चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर राजेश बिसानी ने कहा, ‘टेक्नोलॉजी को सबसे अच्छे से सीखा जा सकता है यदि इसे वास्तविक दुनिया के उदाहरणों के साथ मजेदार तरीके से पढ़ाया जाए। यह देखकर अच्छा लगता है कि भारत में इतने सारे छात्रों ने टेक्नोलॉजिकल कॉन्सेप्ट्स को सीखने में गहरी रुचि डेवलप की है। छात्र एक डिजिटल भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं और उन्हें टेक्नोलॉजी का पता लगाने के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान किया जाना चाहिए। इसलिए, उन्हें स्किल ओरिएंटेड लर्निंग एप्रोच के दृष्टिकोण का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करना महत्वपूर्ण है।’

Related posts

डॉलर में नरमी से सोना चढ़ा, जबकि आपूर्ति गड़बड़ाने की संभावना से तेल में तेजी

Khula Sach

ट्रेडिंग यात्रा की शुरुआत में लंबी अवधि के लिए निवेश बेहतर विकल्प

Khula Sach

अगरतला: साइंस20 बैठक में भारत ने क्लीन एनर्जी की दिशा में कदम बढ़ाने पर दिया जोर

Khula Sach

Leave a Comment