अगरतला : भारत की जी-20 अध्यक्षता के अंतर्गत सोमवार को त्रिपुरा के अगरतला में साइंस20 सम्मेलन शुरू हुआ। यह दो दिवसीय बैठक ‘हरित भविष्य के लिए स्वच्छ ऊर्जा’ विषय पर हो रही है, जिसमें 70 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
हपानिया इंटरनेशनल फेयरग्राउंड में चल रहे विज्ञान सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर चर्चा के लिए नौ सत्र निर्धारित हैं। बैठक के पहले दिन भारत ने स्पष्ट किया कि वैज्ञानिक प्रगति के माध्यम से ही सक्षम स्वच्छ ऊर्जा पहुंच में क्रांति लाई जा सकती है। इसलिए भारत ने इस दिशा में कामयाबी पाने के लिए यह संदेश दिया कि स्वच्छ ऊर्जा और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में होने वाले नए-नए इनोवेशन से एक न्यायसंगत, स्थायी भविष्य बनाने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा। साइंस20 की इस दूसरी बैठक में प्रतिनिधियों के बीच विचार-विमर्श शुरू होने से पहले भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. अजय सूद ने पर्यावरण से जुड़े मुद्दों के समाधान पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे लिए एक विशेष रूप से महत्वपूर्ण क्षण है, क्योंकि हम अभूतपूर्व पर्यावरणीय मुद्दों का सामना कर रहे हैं, जिनके लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।’’ उन्होंने कहा कि अगर हम आने वाली पीढ़ियों के लिए अधिक टिकाऊ भविष्य प्राप्त करने की दिशा में सार्थक प्रगति करना चाहते हैं तो इस दिशा में कदम उठाना जरूरी है। इसके अलावा प्रतिष्ठित वैज्ञानिक डॉ. वी. के. सारस्वत ने कार्बन उत्सर्जन कम करने की दिशा में भारत की ओर से उठाए जा रहे कदमों को जी20 डेलिगेट्स के समक्ष रखा। वैज्ञानिक प्रो. माधवन नायर ने ‘समुद्री ऊर्जा की वैश्विक क्षमता’ पर अपने विचार रखे। इसके अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मामलों के विशेषज्ञ प्रो. आशीष लेले ने ‘स्वच्छ भविष्य के लिए हरित हाइड्रोजन’ पर व्याख्यान दिया।
प्रोफेसर डॉ. आर. आर. सोंदे ने कहा कि ऊर्जा की पहुंच, एनर्जी ट्रांजिशन और स्वच्छ ऊर्जा पर विचार-विमर्श के लिए नीतिगत संवाद आवश्यक है। साइंस20 बैठक के दौरान प्रतिनिधि ‘न्यू जनरेशन एनर्जी स्टोरेज’ पर भी विचार साझा करेंगे। यह वास्तव में त्रिपुरा जैसे राज्य के लिए जी20 के प्रतिनिधियों की मेजबानी करने और खुद को वैश्विक मानचित्र पर प्रस्तुत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। एक विशेष चार्टर्ड उड़ान के माध्यम से डेलिगेट्स के आगमन के बाद, रविवार को हवाई अड्डे से होटल तक रास्ते में विभिन्न स्थानों पर सांस्कृतिक मंडलियों द्वारा प्रतिनिधियों का स्वागत किया गया। बाद में उन्होंने अल्बर्ट एक्का युद्ध स्मारक का दौरा किया और पौधे रोपने के अलावा शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे कुमारी टीला गए जहां वे म्यूजिकल फाउंटेन शो से मंत्रमुग्ध हो गए। सभी प्रतिनिधियों का त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा से मुलाकात करने का भी कार्यक्रम निर्धारित किया गया है।