महिला की मौत के महिनों बाद हुआ रजिस्ट्री
मृत महिला के जगह पर दूसरी महिला को खड़ा करा कर रजिस्ट्री का आरोप
मीरजापुर, (उ.प्र.) : जनाब चौकिये नहीं, यहां बहुत कुछ घाल मेल देखने को मिलता है। यहां तक कि महिला की मौत के महीनों बाद दूसरी महिला को उसके स्थान पर उसी का आधार कार्ड दिखाकर रजिस्ट्री कर दी जाती है। मामला पहाड़ी ब्लाक के रामनगर सीकरी का है। जहां कलुई पत्नी जुमरात निवासी अमिरती तप्पा 84, परगना कंतित, तहसील सदर की मूल निवासी है। उसे कोई लड़का वह लड़की पैदा ना होने पर उसने अपने पति जुमरात के साथ 11 जुलाई 2013 को उपनिबंधक सदर अनिल कुमार के मध्यस्थता में कल्लू के मृत्यु के पश्चात संपूर्ण जायदाद का वारिस सोनू पुत्र अब्दुल रसीद उर्फ घूरे को दिया। 7 वर्ष बाद महिला की मृत्यु हो गई। जिस संदर्भ में ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी के प्रमाण पत्र के अनुसार 21 अक्टूबर 2020 को अस्पताल में कलुई पत्नी जुमरात की मौत हो गई थी। उसके बाद जुमरात ने सोनू से 19 जनवरी 2021 को वसीयतनामा के जरिए निरस्त कर दिया गया। जबकि 19 जनवरी 2021 को रजिस्ट्री उपनिबंधक सदर सुनील कुमार सिंह की मध्यस्थता में निरस्तीकरण का काम किया गया। जहां झुमराज के साथ निरस्तीकरण कराने हेतु उसकी पत्नी कल हुई भी 19 जनवरी को रजिस्ट्री कार्यालय में पहुंची थी। तथ्यों के आधार पर सोनू का आरोप है कि जुमरात अपनी मृत पत्नी कलुई के स्थान पर किसी अन्य महिला को ले गया और निरस्तीकरण कर दिए। सोनू ने मामले के संदर्भ में एसपी को पत्रक साफ कर मामले की जांच कराते हुए न्याय की मांग की है। सोनू का कहना है कि जब 21 अक्टूबर 2020 को कलुई की मौत हो गई तो 19 जनवरी 2021 को कलुई कैसे जीवित होकर निरस्तीकरण करा दी। ऐसे में या तो ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी के द्वारा जारी किया गया मृत्यु प्रमाण पत्र ही गलत हो, हालांकि यह जांच का विषय है। मामले के संबंध में जब एसडीएम सदर गौरव श्रीवास्तव से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने रजिस्ट्रार से बात करने की बात कही। तत्पश्चात रजिस्ट्रार सुनील कुमार सिंह से फोन पर वार्ता की गई तो उन्होंने कहा कि कागजात देखने के बाद कुछ कहा जा सकता है।