वाराणसी, (उ.प्र.) : फिर खेलेगा इंडिया………., खेल नहीं, दिल जीतें…….. जैसे खेल भावना के नारों के साथ पं मदन मोहन मालवीय एवं अटल बिहारी बाजपेई जी के पावन जयंती के अवसर पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय एमपी थिएटर ग्राउंड पर “अटल-अजीत मेमोरियल ट्राफी 2020 नेशनल दिव्यांग T-20 क्रिकेट टूर्नामेंट” के सादगीपूर्ण उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय एथलीट व राजीव गांधी खेलरत्न प्राप्त दिव्यांग खिलाड़ी पद्मश्री दीपा मलिक जी ने कहा कि दिव्यांगों के लिए यह आयोजन अविस्मरणीय है जो अत्यंत पूण्य अवसर पर आयोजित है। अटल बिहारी जी हमारे प्रेरणा स्त्रोत है। हमारे लिए बनारस एक एहसास एवं अनुभूति है। उन्होंने अपनी कविता “क्या सपना है तेरा मानव……” सुना कर सभी को भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ कमलेश पांडेय जी पूर्व मुख्य आयुक्त दिव्यांश सशक्तिकरण भारत सरकार ने कहा कि दिव्यांगता कोई स्थाई स्थिति नहीं है। आज दिव्यांग अपने हौसले तथा विज्ञान के संसाधनों के द्वारा दिव्यांगता के प्रभाव से आसानी से बाहर आ सकते हैं। श्री भवानी सिंह भाजपा उत्तर प्रदेश के सह संगठन मंत्री ने कहा कि हिंदू एक शब्द नहीं बल्कि संस्कार एवं जीवन पद्धति है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय से पढ़ कर निकली विभूतियां पूरे विश्व में अपने व्यवहार से देश का नाम प्रकाशित कर रहे हैं। यह क्रिकेट मैच देश को कोरोना को मात देने का संदेश प्रदान करेगा।
उत्तर प्रदेश दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ संजय चौरसिया ने कहा कि आगामी आने वाले वास्तव में आयोजन को व्यापक रूप दिया जाएगा। डॉ उत्तम ओझा महासचिव उत्तर प्रदेश दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन ने कहा कि यह सामाजिक आयोजन समाज के सहयोग से आयोजित किया जाता है जो पंडित मदन मोहन मालवीय जी का मूल मंत्र है।
कार्यक्रम को मुख्य रूप से प्रो टी एन सिंह कुलपति महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, कमलाकांत पांडेय जी महासचिव सक्षम, डॉ तुलसीदास चेयरमैन अजीत मेमोरियल ट्राफी, अशोक चौरसिया, आशीष सिंह जी, त्रिलोकीनाथ, श्याम नारायण द्विवेदी, जावेद अख्तर, फादर चेतन ने संबोधित किया। अतिथियों का स्वागत डॉ संजय चौरसिया, डॉ तुलसीदास, नमिता सिंह, डाँ उत्तम ओझा, सुमित सिंह, डॉ मनोज तिवारी, डाँ अजय तिवारी, आशुतोष प्रजापति, सुबोध राय ने किया। कार्यक्रम का संचालन सुमित सिंह एवं अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन डॉ अजय तिवारी ने किया।
मैच का प्रारंभ मुख्य अतिथि पद्मश्री दीपा मलिक जी कुछ गेंद खेल करके किया। नॉर्थ टीम ने टास जीतकर पहले बॉलिंग करने का निर्णय लिया। यह मैच 20-20 ओवरों का खेला गया। ईस्ट इंडिया की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते 149 रन 20 ओवरों में 7 विकेट खोकर बनाया जिसके जवाब में नॉर्थ इंडिया की टीम ने 109 रन 17 ओवरों में बनाकर ऑल आउट हो गई। रितम ईस्ट इंडिया टीम के सबसे अधिक 48 रन बनाया ईस्ट इंडिया टीम के ही देवाशीष ने 22 रन चार विकेट लिया इन्हें मैन ऑफ द मैच से पुरस्कृत किया गया, ईस्ट इंडिया टीम के उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया। विजय सिंह ने एक हाथ से खेलते हुए शानदार छक्का जड़कर उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया। रंगारंग समापन समारोह में विजेता ईस्ट इंडिया टीम तथा उप विजेता नॉर्थ इंडिया टीम को ट्राफी देकर सम्मानित किया गया। दोनों टीमों के सभी खिलाड़ियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि पद्मश्री दीपा मलिक, गौरंग राठी जी नगर आयुक्त वाराणसी ने कहा कि वाराणसी में एक अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का निर्माण कराया जा रहा है जिसमें दिव्यांगों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी, श्रीकांत महाराज जी मुख्य अर्चक विश्वनाथ मंदिर, राजेश सिंह जिला दिव्यांग सशक्तिकरण अधिकारी, डॉ तुलसीदास ने अपना संबोधन प्रदान किया। समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह का संचालन डॉ उत्तम ओझा तथा अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन डॉ संजय चौरसिया ने किया।