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जिले के सभी केन्द्रों पर 31 दिसम्बर तक मनाया जाएगा सप्ताह
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लंबित मामले निपटेंगे, घर बैठे आवेदन भी कर सकते हैं लाभार्थी
रिपोर्ट : संदीप श्रीवास्तव
मीरजापुर, (उ.प्र.) : स्वास्थ्य विभाग की ओर से बुधवार को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सप्ताह शुरू हो गया। जो 31 दिसंबर तक चलेगा। इस सप्ताह की शुरूआत महिला चिकित्सालय से मुख्य चिकित्साधिकारी डाक्टर पी0डी0गुप्ता ने की।
जो जिले के 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रए 44 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों समेत 216 उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह का आयोजन 31 दिसम्बर तक किया जायेगा। इस दौरान लाभार्थियों को योजना का लाभ पहुंचाने व लंबित मामलों का निस्तारण भी स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किया जायेगा।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी /नोडल अधिकारी डाक्टर अजय ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में लाभार्थी घर बैठे ही आवेदन कर सकते है। योजना सम्बन्धी किसी भी समस्या का निस्तारण करने के लिए राज्य स्तर पर हेल्पलाइन नं0 भी जारी किया जा चुका है। इससे इस योजना के लाभार्थी अपने आवेदन की स्थिति व भुगतान सम्बन्धी तमाम जानकारी घर बैठे फोन पर ही प्राप्त कर सकते हैं।
जिला कार्यक्रम प्रबन्धक अजय सिंह ने बताया कि इस योजना के तहत पहली बार गर्भवती महिलाओं को तीन किश्तों में 5000 रूपये की धनराशि विभाग उनके खाते में स्थानान्तरित किया जाता है। इस योजना का लाभ आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता या घर के नजदीकी स्थित स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर फार्म भरकर भी इस योजना से लाभान्वित हो सकते है। गर्भवती महिलाओं को बैक पासबुक, आधार कार्ड समेत तमाम कागजातों को जमा करना होता है। गर्भवती महिला के फार्म भरने के बाद भुगतान में कोई समस्या आती है तो प्रदेश स्तर पर जारी हेल्प लाइन नं0 7998799804 पर सम्पर्क कर सकती है। हेल्पलाइन नं0 पर सभी प्रकार की समस्याओं का निस्तारण किया जा रहा है।
जिला कार्यक्रम सहायक विजय शंकर गुप्ता ने बताया कि यह योजना प्रदेश व जिले में जनवरी 2017 से चल रही है। जिसके तहत गर्भवती महिलाओं को सरकार प्रथम बार गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को उचित खान पान एवं पोषण के लिए 5000 रूपये की धनराशि को आर्थिक सहायता के रूप में दी जाती है। यह धनराशि लाभार्थी को तीन किश्तों में दी जाती है। जिले के किसी भी स्वास्थ्य केन्द्र पर 150 दिनों के अन्दर गर्भधारण का पंजीकरण कराने पर प्रथम किश्त के रूप में 1000 रूपये, प्रसव होने के पूर्व कम से कम एक जांच होने पर द्वितीय किश्त के रूप में 2000 रूपये एवं बच्चे का जन्म होने का पंजीकरण होने व बच्चे का प्रथम चक्र का टीकाकरण होने पर तृतीय किश्त के रूप में 2000 रूपये लाभार्थियों को दिये जाते हैं।
जिला कार्यक्रम समन्वयक महिप पाण्डेय ने बताया कि अभी तक जिले 43245 महिलाओं ने इस योजना का लाभ उठाया है। 1 अप्रैल 2020 से अब तक जिले के 9234 महिलाओं को लाभ दिया गया है। आज तक विभाग इस योजना पर 16 करोड़ 35 लाख रूपये खर्च कर चुका है। इस योजना से सम्बन्धित कोई भी व्यक्ति लाभार्थी से ओटीपी नहीं पूछता है और न ही बैक डिटेल की मांग करता है यदि कोई व्यक्ति इन चीजों की मांग करता है तो वह व्यक्ति इस योजना का प्रतिनिधि नही होता है।