रिपोर्ट : बृजेश गोंड
मीरजापुर, (उ.प्र.) : स्वास्थ्य विभाग परिवार नियोजन के लिए तरह-तरह से जागरूकता के लिए कार्य कर रहा है। इस बार परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई साधनों को बढ़ावा देने के लिए जिले के 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 44 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो समेत 216 उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर भी अंतराल दिवस मनाया गया। इस दौरान जिले 1830 महिलाओं ने नसबन्दी कराकर अपनी हिस्सेदारी को दर्ज कराया । जबकि इस अवसर पर परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों का 2363 लाभार्थियों ने लाभ लिया।
परिवार नियोजन के नोडल व परामर्शदाता विनय सिंह ने बताया कि विभाग के आदेशानुसार परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों को बढ़ावा देने के उदद्ेश्य से ही जिले में इस बार अंतराल दिवस का आयोजन सभी केन्द्रों पर किया गया। केन्द्रों पर आने वाले इच्छुक दम्पत्ति को अंतराल दिवस के आयोजन के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा किया गया। केन्द्रों पर मौजूद विशेषज्ञों ने अंतरा, छाया, कंडोम, माला डी, आईसीडी के माध्यम से 2 बच्चों में अंतर रखने के लिए तथा विवाह के बाद बच्चे में 2 वर्षो का अंतर रखने के लिए विस्तारपूर्वक बताया गया।
जिला कार्यक्रम प्रबन्धक अजय सिंह का कहना है कि केन्द्रों पर लोगों को पहले बच्चे के बाद दूसरे बच्चे में कम से कम 3 साल का अंतर रखने का भी परामर्श दिया गया। जिससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी हो सके। जिले में 18 दिसम्बर को आयोजित अंतराल दिवस पर 1830 महिलाओं ने नसबन्दी कराने का कार्य किया। इसके साथ इस अवसर पर अनचाहे गर्भ से बचने के लिए जिले में 300 महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन, 437 महिलाओं ने पीपी आईयूसीडी/आईयूसीडी तथा 300 महिलाओं ने छाया गोली एवं 475 महिलाओं ने मालाडी गोली को अपनाया। इस अवसर पर 7 पुरूषों ने ही नसबन्दी कराया। साथ ही साथ कोविड.19 संक्रमण से बचाव हेतु लोगों को मुंह पर मास्क लगाने साबुन पानी से बार.बार हाथ धोने की सलाह दी गई । उन्होंने बताया कि 24दिसंबर को भी सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर अंतराल दिवस का आयोजन किया जाएगा।