हक की बात कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने छात्राओ से किया संवाद
रिपोर्ट : तपेश विश्वकर्मा
मीरजापुर, (उ.प्र.) : महिला कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा संचालित मिशन शक्ति अभियान एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान योजनान्तर्गत शासन द्वारा संचालित ’’हक की बात जिलाधिकारी के साथ’’ कार्यक्रम जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्याता मे कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गयी। कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलो के छात्राओ के द्वारा पूछे गये प्रश्नो का जवाब जिलाधिकारी ने किया।
इस अवसर पर एक छात्रा के सवाल का जवाब जिलाधिकारी ने दिया। लड़किया/महिलाये अपने आप को कमजोर न समझे उन्होने कहा कि नकारात्मक सोच के लोगो को हर जगह असफलता ही मिलेगी। उन्होने कहा कि सकारात्मक सोच के साथ खुद को मजबूत करते हुये आगे बढ़े। उन्होने कहा कि बेटी-बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अलावा महिलाओ/लड़कियो को आगे बढ़ने के लिये कई योजनाये संचालित की जा रही है। जिससे उनमे आत्मविश्वास लाया जा सके।
उन्होने कहा कि कही भी किसी के द्वारा यदि अभद्रता या गलत व्यवहार किया जाता है तो तुरन्त उसका विरोध करते हुये महिला हेल्पलाइन 181, 1076, 112 या वन स्टाप सेंटर जहाॅ सुविधा हो तत्काल सूचना देनी चाहिये। उन्होने कहा कि कोरोना काल के दौरान कई महिलाकर्मियो के द्वारा अच्छे कार्य किये गये है जिसके लिये उन्हे डाक्टर, नर्स, आॅगनबाड़ी एवं आशा कार्यकत्रियो को सम्मानित भी किया गया है। पूछे गये सवाल कि दहेज प्रथा को कैसे समाप्त किया जा सकता है जिस पर उत्तर देते जिलाधिकारी ने कहा कि सबसे पहले तो लड़कियो को ही इसके विरोध में आगे आने की आवश्यकता है तथा माता पिता को भी दहेज लेने के लिये दोहरी मानसिकता समाप्त करनी होगी। उन्होने कहा कि जब हम शादी तय करने के दौरान लड़के माता-पिता होते है तो दहेज की मांग करते है तथा वही माता-पिता जब अपने ही लड़की शादी में किसी के द्वारा दहेज का मांग किया जाता है तो खराब लगता है इस दोहरी मानसिकता से दहेज प्रथा को समाप्त करने के लिये बाहर आने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत विभिन्न कार्यक्रमो के माध्यम से लड़कियो में आत्मविश्वास लाने का कार्य किया जा रहा है। कार्यक्रम में बाल विवाह के बारे में पूछे जाने पर जिलाधिकारी ने कहा कि इसके लिये लड़कियो को स्वयं विरोध करना चाहिये तथा सहयोग के लिये महिला हेल्पलाइन नम्बर पर सूचना देने का काम करें।