गाइडलाइंस का संभावित रूप से उल्लंघन करने वाले 80 से ज्यादा एडवरटाइजर्स के खिलाफ शिकायतें 7 हफ्ते में प्रोसेस की गई
मुंबई : एडवर्टाइजिंग स्टैण्डर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई) की ओर से रियल मनी गेमिंग से संबधित गाइडलाइंस, जो 15 दिसंबर से प्रभावी हुई थी, को शानदार रेस्पॉन्स मिला है। गाइडलाइंस जारी होने के 7 हफ्तों के अंदर दिशा-निर्देशों का संभावित रूप से उल्लंघन करने वाले 81 विज्ञापनों के खिलाफ शिकायतों पर एएससीआई ने प्रोसेस किया है। इनमें 75 फीसदी शिकायतें उपभोक्ताओं ने की थी, जबकि बाकी शिकायतों पर एएससीआई ने स्वतः संज्ञान लिया था।
एएससीआई की ओर से संदेश मिलने के बाद 15 मामलों में एडवरटाइजर्स ने विज्ञापनों को स्वैच्छिक रूप से वापस ले लिया। दूसरे 27 मामलों में एडवरटाइजर्स ने उन ऐड्स को हटा दिया, जिनके खिलाफ शिकायतें तो दर्ज कराई गई थी, लेकिन इन मामलों में उन्हें एएससीआई का कोई संदेश नहीं मिला था। 2 फीसदी मामलों में एडवरटाइजर्स ने इन शिकायतों को गलत बताते हुए विरोध किया, लेकिन इन शिकायतों को बरकरार रखा गया क्योंकि इन विज्ञापनों ने एएससीआई के कोड का उल्लंघन किया था। 37 विज्ञापनों के खिलाफ शिकायतों पर कार्रवाई की जा रही है। इन शिकायतों के संबंध में एएससीआई ने स्पष्टीकरण के लिए एडवरटाइजर्स को लिखा है अब उनके जवाब की प्रतीक्षा की जा रही है।
अगर प्लेटफॉर्म के संदर्भ में बात की जाए तो सबसे ज्यादा शिकायतें इंस्टाग्राम (39) और यू ट्यूब (37) से आईं। अगर अलग-अलग गेम्स के संदर्भ में आई सबसे ज्यादा शिकायतों को देखें तो क्रिकेट (55) और रमी गेम (15) के विज्ञापनों की शिकायतें सबसे ज्यादा आईं।
दिशा-निर्देशों में रियल मनी जीतने से संबंधित ऑनलाइन एडवरटाइजिंग गेम्स से संबंधित चिताओं का समाधान किया गया है। गाइडलाइंस के अनुसार विज्ञापन 18 वर्ष से कम आयु के लोगों को लक्ष्य कर न बनाए जाए। गेमिंग के विज्ञापनों में इसे आय के संभावित साधन के रूप में नहीं पेश करना चाहिए या इसे सफलता से नहीं जोड़ना चाहिए। गाइडलाइंस में यह कहा गया है कि गेम्स खेलने से वित्तीय हानि के जोखिम और इन गेम्स का एडिक्ट हो जाने से संबंधित डिस्क्लेमर दिखाने चाहिए। इन दिशा-निदेशों को सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने अपना समर्थन दिया है। मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि एडवरटाइजर्स और विज्ञापन कंपनियों को एएससीआई के दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए।
एएससीआई की महासचिव मनीषा कपूर ने कहा, “अलग-अलग हितधारकों ने अलग-अलग चिंताओं को उभारा है क्योंकि ऑनलाइन रियल मनी गेमिंग एक बड़ी इंडस्ट्री बन गई है। एएससीआई ने इन दिशा-निर्देशों को कंस्यूमर्स की सुरक्षा और उपभोक्ताओं और हितधारकों की जायज चिंताओं को दूर करने के लिए जारी किया है। हमें यह देखकर बेहद खुशी हुई कि उपभोक्ता अब उन वित्ज्ञापनों की शिकायत करने के लिए आगे आ रहे हैं, जिसमें संभावित रूप से नियम कायदों का पालन नहीं किया जाता। हम भी ऐसे विज्ञापनों पर कड़ी नजर रख रहे हैं। टीएएम मीडिया रिसर्च के साथ अपनी साझेदारी के अनुरूप हम डिजिटल स्पेस की ज्यादा प्रभावी ढंग से निगरानी कर रहे हैं। इन कदमों से हमें यह उम्मीद है कि रियल मनी जीतने से संबंधित ऑनलाइन गेमिंग के विज्ञापनों में पारदर्शिता आएगी और वह उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षित होंगे।“
गेमिंग की गाइडलाइंस से संबंधित ये दिशा-निर्देश अलग-अलग हितधारकों से सलाह-मशविरे के बाद जारी किए गए। इसमें सूचना और प्रसारण मंत्रालय, उपभोक्ता मामलों से संबंधित मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना तकनीक मंत्रालय के साथ इंडस्ट्रीज से संबंधित हितधारक, उपभोक्ता हितों की देखभाल करने वाले संगठन और विभिन्न व्यक्ति शामिल हैं।