रिपोर्ट : नितिन कुमार अवस्थी
मीरजापुर, (उ.प्र.) : किसानों की आर्थिक हालत सुधारने के लिए प्रयासरत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कृषक की आय दूना करने का लक्ष्य रखा है । इसे प्राप्त करने के साथ ही जिले के किसानों की आमदनी दस गुना से अधिक करने का रास्ता उप कृषि निदेशक अशोक उपाध्याय ने खुद के प्रयास से तलाश कर किसानों के लिए भागीरथी बन गए हैं। काला धान की खेती के लिए प्रोत्साहित कर अबतक करीब दो सौ किसानों से खेती भी कराया। जिसे किसान दो सौ से लेकर तीन सौ रुपया किलो में बेंच रहे हैं । मधुमेह समेत कई रोगियों के लिए यह चावल स्वस्थ रहने का वरदान है । इसमें जहा सुगर की मात्रा कम हैं वहीं पौष्टिकता के लिहाज से भी वरदान होने के कारण इसकी आपूर्ति आस्ट्रेलिया आदि देशों में जिले के पड़ोसी जनपद से किया जा रहा है ।
जिले में धान की खेती करने वाले किसानों की रुचि को देखते हुए वह दिन दूर नहीं जब जिले का चावल विदेशी धरती से मुद्रा लाने वाला प्रमुख खाद्यान होगा ।
सरकारी नौकरी पाकर समय बिताने वाले तमाम लोग आते हैं और तारीख की तरह चलें जाते हैं । इन सबके बीच विंध्याचल मण्डल के उप कृषि निदेशक अशोक उपाध्याय किसानों के हितों को लेकर किस कदर गम्भीर है इसका आकलन इसी से किया जा सकता है कि उन्होंने अपने स्तर से काला धान के बीज को खोज निकाला । इतना ही नहीं इसे आम किसानों तक पहुंचाने के लिए उन्हें प्रोत्साहित कर खेती कराया । अब उसका अच्छा दाम मिलने से किसान गदगद है । अब उनके फसल का औना पौना नहीं सैकड़ा में दाम मिल रहा है ।
अशोक उपाध्याय ने बताया कि गुजरात की एक संस्था से बात किया जा रहा है । जो किसानों की वह जितना चाहे उसे बेंच देगें । जिसका पैकेजिंग करने के साथ ही वह मार्केटिंग भी करेंगी । किसानों को अपनी फसल लेकर भटकना नहीं पड़ेगा । घर बैठे ही उनके फसल का कई गुना दाम मिलेगा ।