रामनगर : उत्तराखंड के रामनगर के ताज रिजॉर्ट में बुधवार को G20 मुख्य वैज्ञानिक सलाहकारों की गोलमेज बैठक हुई। बैठक के दूसरे दिन G-20 के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार और आमंत्रित देश उभरते स्वास्थ्य और अन्य मुद्दों से निपटने के लिए विभिन्न वैज्ञानिक तरीकों और साधनों पर चर्चा की। इस दौरान कई बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। जिसमें हरित विकास, जलवायु वित्त और लाइफ और लचीला विकास को लेकर मंथन किया गया। बैठक में विश्व में बदलते मौसम व कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर राउंड टेबल में वैज्ञानिकों ने मंथन किया। 29 मार्च को शुरू हुई इस बैठक में दुनिया के 17 देशों के 13 प्रमुख संगठनों और नौ मित्र देशों के 51 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल हुए। उत्तराखंड में G-20 की यह पहली बैठक है।
बैठक के दौरान विज्ञान से संबंधित जानकारी को सुलभ और मुक्त बनाने के तरीके पर भी चर्चा की गई। इसके अलावा, विशेषज्ञ पारंपरिक ज्ञान और उसके उचित वैज्ञानिक सत्यापन को सत्यापित करने के लिए वैश्विक विज्ञान सलाहकार प्रणाली को मजबूत करने पर भी विचार-विमर्श किया गया। बैठक में हिस्सा ले रहे प्रतिनिधियों ने बेहतर रोग नियंत्रण और महामारी की तैयारियों के लिए वन हेल्थ के अवसरों जैसी चार एजेंडों पर चर्चा की। बैठक में विश्व को महामारियों से बचाने पर मंथन किया गया।
पहले एजेंडे में रोग नियंत्रण एवं महामारी से निपटने की बेहतर तैयारी के लिए ‘वन हेल्थ’ में अवसर पर मंथन किया गया। दूसरे एजेंडे में विज्ञान से जुड़ी जानकारी सुलभ व नि:शुल्क, त्वरित तरीके से कैसे सभी तक पहुंचे, उस पर मंथन किया। तीसरे एजेंडे में विश्व स्तर के प्रयासों के बीच समन्वय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विविधता, समानता, समावेशन पर वैश्विक नीति विकसित करना शामिल था। चौथे एजेंडे में वैश्विक विज्ञान सलाह तंत्र को मजबूत करने पर मंथन किया गया।
इससे पहले G-20 समिट में शामिल होने के लिए पहुंचे प्रतिनिधियों का भव्य स्वागत किया गया। उनके पहुंचने पर छोलिया नृत्य से उनका स्वागत किया गया। इस अवसर पर पारंपरिक लोकनृत्य भी आयोजित किया गया। इस बैठक को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए सभी प्रबंध किए गए। बैठक के अंतिम दिन 30 मार्च को प्रतिनिधियों को जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में सफारी के लिए ले जाया जाएगा।