- बैठक के दौरान महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी और आध्यात्मिक गुरु माता अमृतानंदमयी उपस्थित थीं
नागपुर : भारत की अध्यक्षता में G-20 के अंतर्गत Civil-20 इंडिया की पहली बैठक आज से महाराष्ट्र के नागपुर में शुरू हुई। बैठक के दौरान फूड, फ्यूल, फर्टिलाइजर्स से संबंधित चिंताओं से निपटने में विकासशील देशों का समर्थन करते हुए सतत विकास लक्ष्यों पर प्रगति में तेजी लाने के लिए C-20 सामूहिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित की गई। बैठक के पहले दिन ‘डेटा फॉर डेवलपमेंट (D4D): 2030 एजेंडा को आगे बढ़ाने में G20 की भूमिका’ और “हरित विकास में नए LiFE को शामिल करना’ पर दो कार्यक्रम आयोजित किए गए। दिन के दूसरे सत्र में ‘इन्फ्यूजिंग न्यू लाइफ इनटू ग्रीन डेवलपमेंट’ थीम के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बैठक के उद्घाटन समारोह में महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी और आध्यात्मिक गुरु माता अमृतानंदमयी उपस्थित थीं।
इस सम्मेलन में स्वास्थ्य, पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली, कला और शिल्प से जुडे मुद्दों पर सिविल सोसायटी संगठन और गैर-सरकारी संगठनों ने अपने-अपने विचार रखे। C-20′ सम्मेलन में शामिल होने के लिए 29 देशों के 250 प्रतिनिधियों ने हिस्सा ले रहे हैं। इस प्रारंभिक बैठक में C-20 के लिए तैयार किए गए 14 विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। इस अवसर पर संचालन समिति के सदस्य और अमृता विश्व विद्यापीठम (भारत) के अध्यक्ष स्वामी अमृतस्वरूपानंद ने कहा कि जीवन में समय, प्रयास और दैवीय स्तुति सबसे आवश्यक तत्व हैं। उन्होंने कहा कि अध्यात्म जीवन का अभिन्न अंग है। ने कहा कि सरकार को आम आदमी की जमीनी स्तर की समस्याओं को सुनना चाहिए और उसका समाधान निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी नीतियों के माध्यम से इस प्रयास में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।
बैठक से एक दिन पहले जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा नागपुर में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर विदेशी प्रतिनिधियों का पारंपरिक स्वागत किया गया। प्रतिनिधियों को 22 मार्च को नागपुर के पेंच बाघ अभयारण्य और अन्य पर्यटन स्थलों को देखने का मौका भी मिलेगा।