भारत : आसियान-भारत संवाद संबंधों के 30 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाते हुए आसियान-भारत कलाकारों के शिविर का दूसरा संस्करण हालही में उदयपुर के ताज अरावली रिसॉर्ट में संपन्न हुआ। मिनिस्ट्री ऑफ़ एक्सटर्नल अफेयर्स (एमईए) और सेहर द्वारा आयोजित नौ दिवसीय शिविर में आसियान देशों और विभिन्न भारतीय राज्यों के लगभग 20 कलाकारों ने भाग लिया, जहां उन्होंने व्यक्तिगत कलाकृतियों का निर्माण किया। भारत के अलावा इंडोनेशिया, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई, थाईलैंड, कंबोडिया, लाओ पीडीआर, म्यांमार और वियतनाम के कलाकार इस शिविर में शामिल हुए।
राज्य मंत्री, मिनिस्टर ऑफ़ एक्सटर्नल अफेयर्स डॉ. राजकुमार रंजन ने आसियान-भारत कलाकार शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में समापन समारोह में हिस्सा लिया। शिविर का समापन उच्च कोटि की कलाकृतियों की प्रदर्शनी और कार्यक्रम स्थल पर नृत्य प्रदर्शन के साथ हुआ, उपस्थित लोगों में प्रतिष्ठित लोगों और स्थानीय नगर प्रशासन के लोग भी शामिल थे। उन्होंने अपनी कलाकृतियों के बारे में अपनी प्रक्रियाओं और दृष्टिकोणों को समझने के लिए कलाकारों से चर्चा की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारत के राज्य मंत्री, मिनिस्टर ऑफ़ एक्सटर्नल अफेयर्स ने कहा, ” भारत और आसियान ने 30वीं वर्षगांठ पर आसियान-भारत कलाकार शिविर का आयोजन किया है, जो दर्शाता है कि भारत और आसियान देश एक मजबूत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत साझा करते हैं। मुझे विश्वास है कि यह शिविर भारत और आसियान के कलाकारों के बीच मित्रता को बढ़ावा देने के लिए एक उत्कृष्ट मंच साबित होगा।”
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संजीव भार्गव, फाउंडर डायरेक्टर, सेहर ने कहा, “आसियान-भारत कलाकार शिविर का दूसरा संस्करण समाप्त हुआ। शिविर न केवल आसियान और भारत के कलाकारों के बीच कला का विस्तार कर रहा है बल्कि अपने दिलों को एक-दूसरे के करीब लाने में भी सफल रहा है। हमने रचनात्मक कलाकारों के माध्यम से लोगों के बीच सांस्कृतिक परंपराओं और विरासत को बढ़ावा देने के लिए एक मंच तैयार किया है।”