मुंबई : ठाणे के “ठाकरे” एकनाथ शिंदे होंगे महाराष्ट्र के नये मुख्यमंत्री 9फरवरी 1964 को सतारा के पहाड़ी जवाली तालुका में हुआ था जन्म, लेकिन महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की शुरू से ही कर्मभूमि रही ठाणे, शिवसेना से पहले शिंदे थे RSS के शाखा प्रमुख, शिंदे के पिता फैक्ट्री में करती थी मजदूरी मां ने किया घरों में काम, शुरुआत में शिंदे ने परिवार पालने के लिए ठाणे में खुद ऑटो चलाया, ठाणे में ऑटो चलाने के साथ थे शिंदे रह चुके RSS के मुख्य शिक्षक, RSS की पृष्ठभूमि के चलते उनका था बीजेपी और हिंदुत्व से जुड़ाव, शिंदे 2 जून 2000 को हुए हादसे के बाद पूरी तरह टूट गए थे शिंदे, सतारा में बोटिंग के दौरान एक्सीडेंट में शिंदे के डूब गए थे दोनों बच्चे, 11साल के बेटे दीपेश,7 साल की बेटी शुभदा डूब गए आंखों के सामने, उस वक्त शिंदे का तीसरा बच्चा श्रीकांत था सिर्फ 14 साल का, इस हादसे से पूरी तरह टूटे शिंदे ने छोड़ दी थी राजनीति, शिवसेना के कद्दावर नेता आनंद दिघे से प्रभावित होकर ज्वॉइन की थी शिवसेना, शिंदे के राजनीतिक आनंद दिघे का महाराष्ट्र की राजनीति में था बड़ा कद, बाला साहब ठाकरे को भी लगने लगा था कि कहीं वे पार्टी से बड़े नेता न बन जाएं, ठाणे में तो दिघे के सामने किसी राजनीतिक हस्ती की कोई नहीं थी बिसात, दिघे की 2001 अचानक मौत के बाद शिंदे को मिली थी राजनीतिक विरासत, साल 2004 में पहली बार विधायक बने शिंदे ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा, देखते ही देखते ठाणे में ऐसा वर्चस्व बना लिया वहां की राजनीति का केंद्र बन गए, 2009, 2014 और 2019 विधानसभा चुनाव में भी जीत का सेहरा उनके माथे। बंधा, मंत्री पद पर रहते हुए शिंदे के पास हमेशा रहे अहम विभाग, साल 2014 में फडणवीस सरकार में एकनाथ शिंदे रहे PWD मंत्री, 2019 में सार्वजनिक स्वास्थ्य-परिवार कल्याण, नगर विकास मंत्रालय का मिला जिम्मा, महाराष्ट्र में आमतौर पर ये महत्वपूर्ण विभाग रहते मुख्यमंत्री के पास ही, शिंदे का बेटा पेशे से डॉक्टर श्रीकांत शिंदे कल्याण लोकसभा सीट से सांसद है .