रिपोर्ट : आशुतोष गुप्ता
मीरजापुर, (उ0प्र0) : अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का सपना हर हिन्दू का हैं। उसके लिए अमीर और गरीब सभी समर्पण निधि में अपना योगदान करने के लिए लालायित हैं। कोन विकास खंड के न्याय पंचायत मुजेहरा करेरूआ में भक्त 85 वर्षीय कांति देवी एवं 90 वर्षीय हृदय नारायण दुबे के समर्पण भाव को देख प्रभु की लीला में विभोर होकर लोग भक्त और भगवान की जय बोलने से अपने आप को रोक नहीं पाए।
वृद्ध माता का श्रीराम के प्रति समर्पण और मन्दिर बनने का विश्वास इतना गहरा था कि वह वर्षों से धन संग्रह कर रही थी। संग्रहित सिक्कों और नोट की पोटली बन गई थी। भगवान श्रीराम के मन्दिर बनने की तमन्ना को दिल में सहेजे राम मंदिर के लिए पैसा इकट्ठा करके रख रही थी। जिस तरह से शबरी माता ने कई वर्षों से मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम जी के आने का बेसब्री से इंतजार किया था। उसी तरह से वृद्ध दम्पत्ति मन्दिर में दान करने के लिए रुपया बचा रहे थे। जब निधि समर्पण के लिए महेश तिवारी के नेतृत्व में टीम पहुंची तो दम्पत्ति ने पैसों की एक गठरी भेंट किया। पैसों की गठरी खोल कर एक-एक सिक्का जोड़ा गया तो प्रभु की कृपा से वह 5,100/- इक्यावन सौ रुपया निकला। आर्थिक स्थिति बहुत अच्छा न होने के बावजूद उनकी श्रद्धा भाव को देख लोगों का मन विभोर होने के साथ ही भावुक हो गए। भक्तों में शामिल डॉ ० संतोष दुबे, रमाकांत दुबे, कुंवर साहब मिश्र, प्रमोद सिंह, उमेश सिंह, पगुधारी सिंह एवं सर्वेश उपाध्याय प्रभु श्रीराम को नमन कर अगले पड़ाव के लिए प्रस्थान कर गए ।