रिपोर्ट : रवि यादव
मुंबई : महाराष्ट्र सरकार द्वारा मुंबई महानगरपालिका के शिक्षणाधिकारी महेश पालकर की प्रतिनियुक्ति बढ़ाए जाने का मुंबई के अनेक शिक्षाविदों ने स्वागत किया है।लॉकडाउन के चलते बंद चल रहे मनपा स्कूलों में पढ़ने वाले विभिन्न माध्यमों के लाखों विद्यार्थियों तक जिस तरह ऑनलाइन एजुकेशन तथा ऑफलाइन एजुकेशन के माध्यम से सफल तथा सराहनीय शिक्षण कार्य किया जा रहा है, वह काबिले तारीफ है। मार्च में लॉकडाउन लगते ही श्री महेश पालकर ने जिस सूझबूझ तथा दूरदर्शिता के साथ शिक्षकों को तत्काल वर्क फ्रॉम होम के माध्यम से ऑनलाइन एजुकेशन की शुरुआत की, उसकी सर्वत्र सराहना की गई। मुंबई के नामी-गिरामी स्कूल जहां अपनी योजना तैयार करने में लगे थे, वही मनपा स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे उत्साह पूर्वक शिक्षा ग्रहण करने में लग गए थे। शिक्षकों को लगातार ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा था ताकि वे अपने बच्चों को नवीनतम विधियों से तथा सुचारू रूप से ऑनलाइन शिक्षा दे सकें। विभिन्न एप्स के माध्यम से लगातार दी जा रही शिक्षा के अच्छे परिणाम परिलक्षित हो रहे हैं। समझा जाता है कि महाराष्ट्र सरकार ने श्री महेश पालकर द्वारा किए गए उत्कृष्ट एवं प्रभावी नियोजन एवं क्रियान्वयन को देखते हुए उनकी प्रतिनियुक्ति को बढ़ाने का आदेश दिया है। मुंबई के अनेक शिक्षाविदों ने महाराष्ट्र सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि श्री महेश पालकर के आने के बाद मनपा स्कूलों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार हुआ है। ज्ञातव्य है कि महाराष्ट्र सरकार में श्री महेश पालकर की प्रतिनियुक्ति बढ़ाकर 31 मई कर दिया है। समझा जाता है कि शिक्षण अधिकारी श्री महेश पालकर के अच्छे कार्यों को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार उनकी प्रतिनियुक्ति को और बढ़ा सकती है।