• जिले में 22 नवम्बर से 07 दिसम्बर तक चलेगा फाइलेरिया अभियान
• अभियान के दौरान जिले के 1700000 लाख होगे लाभान्वित
• अभियान के दूसरे दिन 171375 लोगों को खिलाई गई दवा
भदोही/ज्ञानपुर, (उ.प्र.) : मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर संन्तोष कुमार चक ने सभी कार्यरत आशा व स्वास्थ्य कर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि फाइलेरिया की दवा मानक के अनुरूप पूरी सतर्कता से अपने सामने ही खिलाएं। अभियान को सफल बनाने के लिए 1371 टीमों को लगाई गई हैं। एक टीम में दो व्यक्ति तैनात हैं। टीम के सहयोग के लिए 238 सुपरवाइजरों को भी इस अभियान में लगाया गया है। अभियान के दौरान जिले के 1700000 लाख लोगों को लाभ मिलेगा। अभियान के दूसरे दिन 171375 लोगों को फाइलेारिया की दवा दी गई है।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व नोडल अधिकारी डाक्टर अमित दुबे ने निर्देश दिया कि स्वास्थ्य टीम के सभी सदस्य कोविड के नियमों का पूरी तरह पालन करें। अपने साथ मास्क और सैनेटाइजर जरूर ले जाएं। साथ ही अपने सामने दवा खिलाते समय दो गज की दूरी का अवश्य पालन करें।
जिला फाइलेरिया व मलेरिया अधिकारी राम आसरे पाल ने बताया कि दो लोगों को दवा नही देनी है एक जो खाली पेट व दूसरा गर्भवती महिला को इनके लिए यह अत्यन्त खतरनाक साबित हो सकती है। यदि किसी को भी दवा खाने के बाद उल्टी आती है तो घबराने की जरूरत नही है वह दो से चार घण्टें बाद अपने-अपने ठीक हो जाता है। यदि न ठीक हो तो अपने क्षेत्र के आशा से सम्पर्क कर नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र पर मौजूद रैपिड रिस्पॉन्स टीम की देख रेख में उनका उपचार किया जायेगा।
मानक के अनुसार ही लें दवा
फाइलेरिया की दवा 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अति गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को नहीं खिलानी है। फाइलेरिया की दवाएं पूरी तरह सुरक्षित है। रक्तचाप, शुगर, अर्थराईटिस या अन्य सामान्य रोगों से ग्रसित व्यक्तियों को भी ये दवाएं खानी हैं। सामान्य लोगों को इन दवाओं के खाने से किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव नहीं होते हैं। फाइलेरिया की दवा लेने के बाद कभी-कभी कुछ समस्याएं होना स्वाभाविक हो सकती है। हालांकि यह कुछ ही देर बाद स्वतः समाप्त भी हो जाती है। दवा का असर शुरू होते ही सर दर्द, बदन दर्द, बुखार, उल्टी, खजुली, चक्कर या जी मिचलाने जैसी मामूली परेशानी हो सकती है।
इन लक्षणों से यह इस प्रतीक होता है कि दवा खाने वाले के व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के कृमि मौजूद हैं। सामान्यतः ये लक्षण स्वतः समाप्त हो जाते है परंतु ऐसी किसी भी परिस्तिथि के लिए प्रशिक्षित रैपिड रिस्पॉन्स टीम तैनात है और उन्हें तुरंत उपचार के लिए तुरंत बुलाया जा सकता है। दवा खाने के बाद उल्टी आ रही है तो उल्टी रोके नहीं बल्कि उल्टी होने के उपरांत अपनी आशा से संपर्क करें। यदि किसी भी व्यक्ति को ज्यादा परेशानी होती है तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों पर सम्पर्क कर सकता है।