ताज़ा खबरराज्य

Bhadohi : फ़ाइलेरिया की दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं

फ़ाइलेरिया की दवाएं खाने के बाद उल्टी होना सामान्य लक्षण है और यह शरीर में फाइलेरिया के कृमि होने के कारण होता हैं । उल्टी होने की दशा में बच्चों या व्यस्क व्यक्ति का मुंह और नाक कभी न दबाये।

भदोही/ज्ञानपुर, (उ.प्र.) : जनपद में 22 नवंबर से शुरू हुआ मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) राउंड में अब तक 4,23,123 लाभार्थियों ने फाइलेरिया की दवा खा ली है। खास बात यह अभियान कोविड-19 के दिशा-निर्देशों के अनुसार शारीरिक दूरी (दो गज की दूरी), मास्क और हाथों की साफ-सफाई का अनुपालन करते हुए चलाया जा रहा है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने बताया कि प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने बुधवार को डी.ई.सी. और अल्बंडाज़ोल की निर्धारित खुराक अपने सामने खिलाई। इस दौरान बच्चे की आयु और लंबाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। सीएमओ ने बताया कि दवा खिलाने के कुछ देर बाद बच्चे को उल्टी होने लगी तो यह मान लेना चाहिए कि शरीर में फाइलेरिया के ज्यादा कृमि मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता सभी वर्गों के लाभार्थियों को घर-घर जाकर फाइलेरिया से सुरक्षित रखने के लिए निर्धारित खुराक अपने सामने मुफ्त में खिला हैं। किसी भी स्थिति में दवा का वितरण नहीं किया जा रहा है।

जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे पाल ने बताया कि फ़ाइलेरिया रोधी दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं और रक्तचाप, शुगर, अर्थरायीटिस या अन्य सामान्य रोगों से ग्रसित व्यक्तियों को भी ये दवाएं खानी हैं | सामान्य लोगों को इन दवाओं के खाने से किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव नहीं होते हैं और अगर किसी को दवा खाने के बाद उल्टी, चक्कर, खुजली या जी मिचलाने जैसे लक्षण होते हैं तो यह इस बात का प्रतीक हैं कि उस व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के कृमि मौजूद हैं, दवा खाने के बाद से ऐसे लक्षण उत्पन्न होते हैं | सामान्यतः ये लक्षण स्वतः समाप्त हो जाते है परंतु एसी किसी भी परिस्तिथि के लिए प्रशिक्षित रैपिड रिस्पॉन्स टीम तैनात है और उन्हे तुरंत उपचार के लिए तुरंत बुलाया जा सकता है ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Translate »