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अदाणी ट्रांसमिशन ने एशिया के सबसे बड़े रिवॉल्विंग प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग सौदों में से एक में 700 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाया

फैसिलिटी एटीएल केग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर को फंड उपलब्ध कराने पर जोर देगी

  • आठ अंतरराष्ट्रीय बैंकों के साथ अनुबंधित इस सीनियर डेट फैसिलिटी के साथ, एटीएल अपने निर्माणाधीन ट्रांसमिशन नेटवर्क पोर्टफोलियो का वित्तपोषण (फाइनेंस) करेगा
  • एटीएल की समग्र पूंजी प्रबंधन योजना को प्रदर्शित करता है और इसे 2022 तक 20,000 सीकेटी किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइनों के अपने लक्ष्य के करीब लाता है।
  • फैसिलिटी का अनूठा कैपेक्स रिवॉल्विंग स्ट्रक्चर, पूरी तरह से ड्रॉन बेसिस पर, 1.1बिलियन अमेरिकी डॉलर का वित्त पोषण प्रदान करता है
  • मौजूदा घरेलू के साथ-साथ वैश्विक सार्वजनिक और प्राइवेट ऋण पूंजी बाजार इश्यूएंस के अलावा अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग बाजार के जरिये समग्र लिक्विडिटी पूल को मजबूती प्रदान करने के लिए एटीएल की रणनीति को मजबूत करता है
  • यह सौदा ग्रीन कॉरिडोर स्थापित करने और समग्र ग्रिड को मजबूत करने के लिए गुजरात और महाराष्ट्र में चार एसपीवी में निर्माणाधीन ट्रांसमिशन परियोजनाओं को पूरी तरह से वित्तपोषित करता है
  • यह फैसिलिटी सभी मानक ईएसजी पहलुओं को शामिल करते हुए उच्चतम स्तर के आवश्यक परिश्रम मानकों का पालन करती है

अहमदाबाद : भारत की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की बिजली ट्रांसमिशनएवं रिटेल डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी, अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल), ने प्रमुख अंतरराष्ट्रीय बैंकों के साथ हस्ताक्षरित निश्चित समझौतों के जरिये अपने निर्माणाधीन ट्रांसमिशन एसेट पोर्टफोलियो के लिए 700 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाया है। रिवॉल्विंग फैसिलिटी गुजरात और महाराष्ट्र में एटीएल की चार ट्रांसमिशन परियोजनाओं का वित्तपोषण करेगी।

एटीएल के एमडी एवं सीईओ श्री अनिल सरदाना ने कहाकि “परियोजना के वित्तपोषण के लिए किया गया यह सौदा ट्रांसमिशन क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय बैंकों द्वारा स्वीकृत अपनी तरह का पहला सौदा है, और अदाणी समूह के समग्र विकास मॉडल की पुष्टि करता है। अदाणीग्रुप की सभी कंपनियों ने जलवायु परिवर्तन पर देश की प्रतिबद्धता का सम्मान करने के लिए अपनी निवेश योजनाओं को उसके अनुरूप बनाया है। एटीएल ग्रिड स्थिरता में सबसे आगे हैऔर सस्टेनेबल, विश्वसनीय और किफायती ऊर्जा समाधान प्रदान कर रहा है। समग्र पूंजी प्रबंधन के साथ हमारे विकास के एजेंडे को न्यायसंगत विकास पर केंद्रित हमारे पूंजी प्रबंधन सोच के जरिये बरकरार रखा गया है।”

रिवॉल्विंग फैसिलिटी एटीएल की समग्र पूंजी प्रबंधन योजना का एक महत्वपूर्ण तत्व है और इसकी विकास आकांक्षाओं को पूरी तरह से वित्तपोषित करने की कुंजी है। निश्चित समझौतों ने सहमत सिद्धांतों और प्रक्रियाओं के प्लेटफॉर्म इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग फ्रेमवर्क को निर्धारित किया है जिसके अंतर्गत एटीएल फाइनेंसरों के साथ सहमत सीमा मानकों के अनुसार सभी भावी परियोजनाओं के लिए कुशलतापूर्वक और तेजी से वित्त पोषण जुटाने के लिए शामिल होगा। पूरी तरह से ड्रॉन बेसिस पर, कैपेक्स रिवॉल्विंग फैसिलिटी 1.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर के कैपेक्स प्रोग्राम को फंड प्रदान करेगी।

समझौते के अनुसार, आठ अंतरराष्ट्रीय बैंक फैसिलिटी के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिनमें डीबीएस बैंक लिमिटेड, इंटेसा सानपावलो एस पी ए, मिजुहो बैंक, लिमिटेड, एमयूएफजी बैंक, लिमिटेड, सीमेंस बैंक जीएमबीएच, सोसिटी जनराल, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक और सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशनशामिल हैं। यह रणनीतिक लेनदेन बैंकों की कैपिटल रिसाइक्लिंग जरूरतों को पूरा करेगा और एटीएल की वर्तमान और भविष्य की परियोजनाओं के लिए वही पूंजी उपलब्ध कराएगा। फैसिलिटी की रिवॉल्विंग प्रकृति एटीएल को 2022 तक 20,000 सीकेटी किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइनों के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगी।

रिवॉल्विंग फैसिलिटी अदाणी पोर्टफोलियो कंपनियों के समग्र विकास दर्शन को रेखांकित करती है, जिसे सभी अंतरराष्ट्रीय मानक पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) पहलुओं को शामिल करते हुए उचित परिश्रम के उच्चतम मानक के लिए प्रतिबद्ध एक इन-हाउस विकसित परियोजना उत्कृष्टता ढांचे के जरिये लागू किया जाता है। एटीएल की व्यावसायिक रणनीति अपनी सभी गतिविधियों में सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने पर केंद्रित है, जिसमें मुख्य रूप से सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा पर ध्यान रहता है। एटीएल बिजली के उत्पादन, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रिब्यूशन को डीकार्बोनाइज करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि जलवायु परिवर्तन से निपटने के साथ-साथ सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा तक पहुंच बनाया जा सके।

यह फैसिलिटी समग्र एनर्जी ट्रांजिशन के लिए उठा एक कदम है, जिसमें गुजरात स्थित परियोजनाएंग्रीन एनर्जी कॉरिडोर का हिस्सा हैजिसे रिन्यूएबल एनर्जी के समर्पित ट्रांसमिशन को सुगम बनाने के लिए विकसित किया गया है। महाराष्ट्र में लागू की जा रही परियोजनाएं, ट्रांसमिशन प्रणाली को मजबूती प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण अपग्रेड हैं और महत्वपूर्ण रिस्पांस ड्राइवर्स हैं ताकि ग्रिड में रिन्यूएबल एनर्जी इंटरफेस की तकनीकी बाधाओं को दूर किया जा सके, जिससे कि कम कार्बन वाली अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने के लिए समग्र ग्रिड स्थिरता सुनिश्चित करने के साथ-साथ मुम्बई शहर में ग्रीन एनर्जी के एकीकरण को सुनिश्चित किया जा सके। मुम्बई में हमारी डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी, अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुम्बई लिमिटेड (एईएमएल), ने रिन्यूएबल एनर्जी स्रोतों से कानूनी रूप से कम से कम 60% ऊर्जा की खरीद का लक्ष्य तय किया है, जो वर्तमान के 3% से एक बड़ी छलांग है।

अदाणीग्रुप सभी अंतरराष्ट्रीय मानक पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) पहलुओं को शामिल करते हुए न्यायसंगत विकास और सस्टेनेबल विकास पर आधारित सकारात्मक जलवायु कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है। अगले दशक में, पूरे एनर्जी वैल्यू चेन में ग्रुप का समग्र ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक इनऑर्गेनिक इन्वेस्टमेंट सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी में 70% से अधिक पूंजीगत व्यय (कैपेक्स्) के साथ 50-70 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बीच होगा।

स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने मैंडेटेड लीड अरेंजर, बुकरनर (एमएलएबी), और दस्तावेज़ीकरण और अकाउंट बैंक के रूप में कार्य किया; जबकि एमयूएफजी बैंक लिमिटेड ने इस फैसिलिटी के लिए एमएलएबी और तकनीकी सलाहकार के रूप में काम किया। इसके अलावा, डीबीएस बैंक लिमिटेड, इंटेसा सानपावलो एस पी ए, मिजुहो बैंक, लिमिटेड, सोसिटी जनराल,सीमेंस बैंक जीएमबीएचऔर सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन, प्रत्येक ने फैसिलिटी के लिए एमएलएबी के रूप में कार्य किया।

लैथम एंड वाटकिंस एलएलपी और सराफ एंड पार्टनर्स ने लेनदारों के वकील के रूप में काम किया। कर्जदाताओं के वकील लिंकलेटर्स और सिरिल अमरचंद मंगलदास थे।

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