रिपोर्ट : शकील शेख
मुंबई : ईद मिलादुन्नबी 571 को सऊदी अरब के शहर मक्का में ” पैग़म्बर साहब हज़रत मोहम्मद ( सल्लल्लाहु अल्हे व सल्लम ) ” का जन्म हुआ था। । उन्हीं की याद में ईद मिलादुन्नबी का त्यौहार ( पर्व ) मनाया जाता है । आपके जन्म से पहले अरब देश की हालात बहुत खराब थे अरब के लोग शराबी, नशेबाज, अय्याश किस्म के थे , अरब देश में जाहलियत बहुत ज्यादा थी लड़कियों को जिंदा दफनाया जाता था कमजोरों को दास बनाया जाता था गरीबों पर जुल्म किया जाता था सबसे ज्यादा महिलाओं को पड़ताड़ित किया जाता था, किसी को भी अपने हक ( अधिकार ) के लिए आवाज उठाना सबसे बड़ा जुर्म समझा जाता था और यदि कोई व्यक्ति हुक्मरान के जुल्म के खिलाफ आवाज उठाता था तो उसे तरह तरह के यातनाएं दी जाती थी ।
आप ( पैग़म्बर साहब हजरत मोहम्मद ( सल्ल.) ) दुनिया में तशरीफ़ लाने के बाद आपने नशे को हराम करार दिया आपने दुनिया को बताया कि नशा चाहे जिस तरह का हो ओ हराम होता है , आपने महिलाओं के उत्थान के लिए तरह तरह के कार्य किये, दास प्रथा को खत्म किये, आपने दुनिया को शिक्षा के लिए प्रेरित किये महिलाओं को शिक्षा का अधिकार दिलाए, आपने पर्यावरण का संरक्षण करना सिखाये ,आपने दुनिया को संदेश दिये कि कोई छोटा नहीं कोई बड़ा नहीं सब खुदा के बंदे हैं एक खुदा ( ईश्वर ) है और हम सब को उसी की इबादत ( पूजा ) , करनी चाहिए, आपने ही इस्लाम धर्म को मजबूती के साथ पूरी दुनिया में कायम किया है । ” पैग़म्बर हजरत मोहम्मद ” ( सल्ल. ) आखरी नबी हैं आप के बाद अब कयामत तक कोई नबी नहीं आने वाला है ।
मंगलवार 19 अक्टूबर को पूरी दुनिया में ” जश्ने ईदमिलादुन्नबी ” मनाया गया मुंबई अंटाप हिल में बहुत ही शानदार और शांतिपूर्ण तरीके से ” जश्ने ईदमिलादुन्नबी ” का त्योहार ( पर्व ) मनाया गया , स्थानिक रहिवासी साहेब अली शेख, शानूर शेख, रहीम शेख, जाबिर शेख ने अपने सहयोगियों एवं दोस्तों के साथ मिलकर ” जश्ने ईदमिलादुन्नबी ” त्योहार पर बच्चों को महिलाओं को तथा लोगों में बोतल बंद पानी , चॉकलेट , और फल वितरण किये । ट्रैफिक नियमों का पालन करते हुए ट्रैफिक कंट्रोल करने में पुलिस प्रशासन की मदद भी किये।