~ छात्रों के व्यापारिक कौशल को बेहतर करने का लक्ष्य
मुंबई : शेयर बाजार प्रशिक्षण संस्थान बूमिंग बुल्स अकादमी भारत के पांच शहरों – दिल्ली, नोएडा, मुंबई, हैदराबाद और अहमदाबाद में हाइब्रिड सेंटर शुरू करने की योजना बना रही है। इसका उद्देश्य स्टॉक ट्रेडिंग में कोर्स करने की चाहत रखने वाले छात्रों को ऑफ़लाइन और ऑनलाइन सीखने का अनुभव देना है। इसके अलावा अकादमी उन उद्यमियों के लिए व्यवसाय के अवसर पैदा करने की योजना बना रही है जिनके पास व्यवसाय को संभालने का मध्यम अनुभव है और 50-60 छात्रों को समायोजित करने के लिए बुनियादी ढांचा है या उनकी ऐसे किसी व्यवसाय में निवेश करने की योजना है।
2019 में लॉन्च की गई बूमिंग बुल्स अकादमी युवा भारतीय पीढ़ी को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाते हुए नए निवेशकों और ट्रेडर्स को एक सरल ऑनलाइन ट्रेडिंग कोर्स प्रदान करती है। कोविड-19 से रिकवरी के बाद अब चीजें वापस सामान्य हो रही हैं, ऐसे में अकादमी भारतीय शेयर बाजार में निवेश और व्यापारिक प्रथाओं के बारे में व्यक्तिगत रूप से प्रशिक्षण देने की योजना बना रही है।
बूमिंग बुल्स ने पांच प्रमुख शहरों में हाइब्रिड केंद्रों की शुरुआत के साथ कौशल बढ़ाने वाली गतिविधियां शुरू करने और व्यापक शिक्षण शुरू करने की योजना बनाई है। इसमें डाउट क्लीयरिंग सेशन, परीक्षा / रेगुलर टेस्ट, असाइनमेंट आदि शामिल हैं। वर्तमान में अकादमी अपने टीचिंग फेकल्टी को विस्तार दे रही है और ऐसे लोगों को जोड़ रही है जिनके पास शेयर बाजार और ट्रेडिंग में लंबा अनुभव है और इस क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं।
बूमिंग बुल्स अकादमी के सीईओ श्री अनीश सिंह ठाकुर ने अपनी योजना पर कहा, “हमने भारतीय युवाओं के बीच स्टॉक ट्रेडिंग को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए ऑनलाइन एंटरप्राइज के तौर पर बूमिंग बुल्स अकादमी की शुरुआत की ताकि उन्हें आय का अतिरिक्त स्रोत उपलब्ध हो सकें और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने में सक्षम हो सकें। पिछले दो वर्षों में हमने अपने यूट्यूब चैनल पर छात्रों से अच्छा प्रतिसाद देखा है। प्रारंभ में हम पांच शहरों में हाइब्रिड सेंटर स्थापित करने की योजना बना रहे हैं और ऑफ़लाइन के साथ-साथ ऑनलाइन सीखने का अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से पूरे भारत में 25+ शहरों में विस्तार करेंगे। हमारा लक्ष्य 2022 तक 100 मिलियन लोगों तक पहुंचने का है। अकादमी शुरुआती ट्रेडर्स के लिए सरल स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग कोर्स प्रदान करती है और भारतीय युवाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने पर केंद्रित है।”