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केरल के कुमारकोम में विकास कार्य समूह की दूसरी बैठक आज से शुरू, ‘डेटा फॉर डेवलपमेंट’ विषय पर हुई चर्चा

कुमारकोम : भारत की G20 की अध्‍यक्षता के अंतर्गत विकास कार्य समूह (DWG) की दूसरी बैठक गुरुवार को केरल के कोट्टायम जिले में कुमारकोम में शुरू हुई। 6 अप्रैल को आयोजित कार्यक्रम में कई विशेषज्ञ और  अंतरराष्ट्रीय संगठनों, शिक्षा क्षेत्रों, बुद्धिजीवी वर्ग और सिविल सोसाइटी के वक्‍ताओं ने चर्चा में हिस्‍सा लिया। इस दौरान विकास के लिए डेटा, पर्यावरण के लिए जीवन शैली और सिर्फ हरित परिवर्तन पर एक साइड इवेंट आयोजित किया गया।

इस कार्यक्रम में G20 के सदस्‍य देशों, नौ आमंत्रित देशों और कई  अंतरराष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय संगठनों के 80 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा् ले रहे हैं। यह बैठक 9 अप्रैल तक चलेगी। इससे पहले विकास कार्य समूह की पहली बैठक पिछले वर्ष दिसंबर में मुंबई में हुई थी। पहले दिन चार अलग-अलग सत्रों में पैनल चर्चा आयोजित की गई। पहले और दूसरे पैनल में डेटा फॉर डेवलपमेंट, तीसरे पैनल में सिर्फ हरित संस्करण-एक व्यापक और एकीकृत दृष्टिकोण और चौथे पैनल में लाइफ को लेकर चर्चा की गई। ‘डाटा फॉर डेवलपमेंट’ विषय पर कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए G-20 सचिवालय में संयुक्त सचिव और डेटा कार्य समूह के सह-अध्यक्ष नागराज नायडू ने आंकड़ों पर विकास के दृष्टिकोण से गौर करने और जनहित में इनका उपयोग करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि समय से प्राप्त विश्ववनीय और सुलभ आंकड़े ही उपयोगी हैं, इस बात पर विशेष ध्यान रखना होगा कि प्रभावी ढंग से इनका उपयोग किस तरह किया जाए।

अगले 3 दिनों में भारत द्वारा प्रस्तावित विभिन्न विकास प्राथमिकताओं पर विस्तृत चर्चा की जाएगी जो जून में विकास मंत्रिस्तरीय बैठक में शामिल होने की संभावना है, जिसमें डेटा पर क्षमता निर्माण नेटवर्क सहित सतत विकास लक्ष्यों पर प्रगति में तेजी लाने के लिए G20 कार्य योजना पर विचार-विमर्श शामिल है। इस बैठक की औपचारिक कार्यवाही का उद्घाटन विदेश मंत्रालय के सचिव (आर्थिक संबंध), श्री दम्मू रवि द्वारा 7 अप्रैल को किया जाएगा। DWG बैठक के दौरान भारत के DWG सह-अध्यक्ष विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव के. नागराज नायडू और ईनम गंभीर भी G20 के समकक्षों और अतिथियों के साथ कई द्विपक्षीय चर्चाएं करेंगे। केरल सरकार के सहयोग से G20 प्रतिनिधि सांस्कृतिक समृद्धि और विविधता और अद्वितीय भारतीय पाक शाला संबंधी अनुभव का भी गवाह बनेंगे, जो उन्हें केरल की समृद्ध विरासत की एक झलक प्रदान करेगा। प्रतिनिधियों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा।

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