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रीब्रांडिंग में डिजिटल मीडिया की बढ़ती भूमिका

मुंबई : हर बड़ा संगठन, खासकर पुराना ब्रांड, अपनी व्यावसायिक यात्रा में किसी न किसी पॉइंट पर रीब्रांडिंग से गुजरता है। हालांकि, इसका कारण विस्तार का लक्ष्य और नई पीढ़ी के साथ सही तालमेल बिठाने से लेकर नई सेवाओं को पेश करने तक, कई हो सकते हैं। रीब्रांडिंग लोगो/नाम में थोचूंकि, रीब्रांडिंग एक बड़ी कवायद है, एक सुचारू और सफल बदलाव के लिए डिटेल्स बहुत अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। इस वजह से सभी माध्यमों का लाभ उठाना और संदेश को जोरदार ढंग से और स्पष्ट रूप से आगे बढ़ाना बेहद महत्वपूर्ण है। आजकल, अपने संदेश के साथ लोगों तक पहुंचने का सबसे महत्वपूर्ण और सफल माध्यम डिजिटल मीडिया है। यह रोजमर्रा की जिंदगी का एक अनिवार्य हिस्सा बन गया है और इस वजह से किसी भी व्यवसाय के लिए लोगों तक पहुंचने का एक महत्वपूर्ण तरीका है।ड़ा या छोटे बदलाव से लेकर बिल्कुल ही नए अवतार जैसा भारी-भरकम बदलाव भी हो सकता है।

एंजेल वन लिमिटेड के चीफ ग्रोथ ऑफिसर श्री प्रभाकर तिवारी ने बताया कि समाचार वेबसाइट्स और ब्लॉग के अलावा डिजिटल मीडिया पर संवाद करने के कई तरीके हैं। आज, सोशल मीडिया दर्शकों तक तुरंत पहुंचने का सबसे तेज तरीका है। इस वजह से रीब्रांडिंग कम्युनिकेश की रणनीति बनाते समय इसे सूची में सबसे ऊपर रखना होता है। सोशल मीडिया हैंडल की नीतियों पर रिसर्च करें, खासकर यदि आप नाम पर फिर से काम करने वाले हैं। हालांकि, सीधे नाम या लोगो बदलने के बजाय, दर्शकों को रीब्रांडिंग के आसपास की सामग्री से जोड़ने की कोशिश करें। यह सुनिश्चित करें कि वे इस प्रक्रिया में शामिल हों, ताकि वे खुद को भी इसका हिस्सा महसूस करें, और वे इसके बारे में अपडेट रखें जो आखिर तक यानी पूरी तरह से बदलाव के दिन तक ले जाए। यह न केवल एक डिस्कशन पॉइंट बनेगा, बल्कि यह ग्राहकों को भी जोड़े रखेगा और वे निश्चित तौर पर रीब्रांडिंग लॉन्च की प्रतीक्षा करेंगे।

रीब्रांडिंग के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करने का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू विजुअल कम्युनिकेशन है। सही ऑडियंस को टारगेट करने के लिए प्रासंगिक विजुअल्स का उपयोग करना सुनिश्चित करें क्योंकि यह आपके दर्शकों के सामने वह आदर्श तस्वीर पेश करता है, जो आप उनके सामने रखना चाहते हैं। यह सब रिश्ता बनाने को लेकर है। हाल के रुझानों में से एक नया रुझान किसी भी बिजनेस को नहीं भूलना चाहिए, और वह है सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को कैम्पेन में शामिल करना। उनकी पहुंच और फॉलोइंग को ध्यान में रखते हुए, उनके जरिए रीब्रांडिंग का प्रचार कंपनी की सोशल मीडिया उपस्थिति के लिए चमत्कार कर सकता है।

हम जानते हैं कि सोशल मीडिया ने ब्रांड और ऑडियंस के बीच के अंतर को दूर कर दिया है। डायरेक्ट कम्युनिकेशन एक गहरा और मजबूत संबंध बनाता है। इस प्रकार, रीब्रांडिंग प्रक्रिया के दौरान ग्राहकों की प्रतिक्रिया को सकारात्मक रूप से लेने और उस पर काम करने से कंपनी को फलने-फूलने में मदद मिल सकती है। यह दर्शकों के बीच एक सकारात्मक प्रतिष्ठा बनाता है, आप पर भरोसा करता है, और आपको अधिक गंभीरता से लेता है। जब आप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की पहचान कर लें और विज़ुअल ब्रांडिंग की स्ट्रैटेजी को अंतिम रूप दें तो इसे और अधिक प्रामाणिक बनाने के लिए रीब्रांडिंग कंटेंट में कंपनी से जुड़े कल्चर और वैल्यू को अवश्य शामिल करें। व्यापक पहुंच के लिए आप अपने कर्मचारियों को भी शामिल कर सकते हैं।

सोशल मीडिया से निस्संदेह, व्यवसायों को बहुत सारे लाभ हैं। यह सही स्ट्रैटेजी की पहचान करने और दर्शकों की उपयुक्त समझ के साथ सही प्लेटफॉर्म का उपयोग करने के बारे में है। एक बार जब आपका कंटेंट वायरल हो जाता है, तो लोग ब्रांड को देखेंगे, इसके बारे में अधिक जानने की कोशिश करेंगे और धीरे-धीरे इसका हिस्सा बन जाएंगे। इस वजह से सोशल मीडिया पर रीब्रांडिंग गतिविधियां न केवल आपको अपने मौजूदा ग्राहक आधार में विश्वास बनाने में मदद करेंगी बल्कि आपको नए ग्राहक हासिल करने में भी मदद करेंगी।

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