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Delhi : अदालतों में सुरक्षा इंतजाम की खुली पोल

रोहिणी जिला कोर्ट में गैंगवार की घटना ने सबके उड़ा दिए होश

रिपोर्ट : आर.के.तिवारी

नई दिल्‍ली : रोहिणी जिला कोर्ट में गैंगवार की घटना ने सबके होश उड़ा दिए हैं और इस पर अदालत परिसरों में सिक्योरिटी की भी पोल भी खोल दिया है। बार काउंसिल ऑफ दिल्ली ने इस घटना को लेकर सख्‍त नाराजगी जताई है। काउंसिल ने इसके पीछे पुलिस अधिकारियों की लापरवाही को कारण बताया जा रहा है। दिल्‍ली में रोहिणी कोर्ट में शुक्रवार को ताबड़तोड़ फायरिंग होने पर दो गुटों की गैंगवार में दिल्‍ली के कुख्‍यात अपराधियों में शामिल जितेंद्र मान उर्फ गोगी की टिल्‍लू गैंग के बदमाशों ने हत्‍या कर दी। ये बदमाश कोर्ट में वकील के वेश में पहुंचे थे।

जितेंद्र मान उर्फ गोगी व सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया के बीच गैंगवार का पुराना इतिहास रहा है। एक के बाद एक दोनों गैंग के सदस्यों की हत्या का सिलसिला जारी रहा। इस गैंगवार के बाद टिल्लू पर शक की सुई घूम रही है। क्योंकि शुरुआती जांच में सामने आ रहा है कि दिल्ली के मंडोली जेल से ही गोगी की हत्या की साजिश रची गई है और टिल्लू ताजपुरिया मंडोली जेल के हाई रिस्क वार्ड में बंद है, टिल्लू के कई गुर्गे भी इसी जेल में बंद हैं। गोगी की हत्या का प्लान बनाने के बाद टिल्लू ने जेल के बाहर मौजूद गुर्गों से शूटआउट को अंजाम दिलवाया। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम टिल्लू ताजपुरिया से जल्द पूछताछ कर सकती है।

सुरक्षा व्‍यवस्‍था को लेकर रोहिणी कोर्ट तक सीमित नहीं हैं। देशभर में तमाम निचली अदालतों का यही हाल है। रोहिणी कोर्ट में गैंगवार के बाद साकेत कोर्ट बार असोसिएशन के वकील व पूर्व सेक्रेटरी धीर सिंह कसाना ने वहां के हाल दिखाते हुए एक वीडियो क्लिप ट्वीट किया है। कसाना ने कहा कि निचली अदालतों में सुरक्षा के नाम पर ढोंग है। इन अदालतों में कुख्‍यात अपराधियों की पेशी होती है।

हालांकि, सुरक्षा व्‍यवस्‍था जीरो है। उन्‍होंने साकेत कोर्ट के गेट नंबर दो का हाल दिखाया जहां लोग बिना रोकटोक आ-जा रहे थे। उन्‍होंने दावा किया कि पुलिस वाले अंदर कमरे में बैठे रहते हैं। कहीं किसी की जांच नहीं होती है। यह अदालतों के सामने गंभीर खतरा पैदा करता है। उन्‍होंने कहा कि ज्‍यादातर डिस्ट्रिक्‍ट कोर्टों में यही हाल है।

रोहिणी कोर्ट में गैंगवार के बाद 25 सितंबर को दिल्‍ली की अदालतों में काम ठप्‍प रहेगा। दिल्ली के सभी जिला न्यायालय बार एसोसिएशन की समन्वय समिति के आह्वान पर सिक्‍योरिटी पैरामीटर में बदलाव का फैसला किया गया है। सभी सदस्यों से अनुरोध किया गया है कि 25 सितंबर को वे अपने काम से दूर रहें।

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