Khula Sach
कारोबारताज़ा खबर

नवनीत एजुकेशन लिमिटेड ने शिक्षा व्यवसाय के क्षेत्र में 60 वर्ष पूर्ण करने के उपलक्ष्य में ‘प्रोग्रेस लिमिटलेस’ अभियान की शुरुआत की

  • जिस नवनीत ने 1959 में किताबों की एक छोटी सी दुकान से अपनी यात्रा शुरू की थी, वह आज प्रत्येक बच्चे की शिक्षा और विकास की दृष्टि से हर घर का जाना पहचाना नाम बन चुका है l

मुंबई : शिक्षा व्यवसाय के क्षेत्र में 60 से अधिक वर्षों का उत्सव मनाने के लिए , भारत के सबसे भरोसेमंद शिक्षा ब्रांड, नवनीत एजुकेशन लिमिटेड ने एक डिजिटल कैंपेन ‘प्रोग्रेस लिमिटलेस’ (Progress Limitless) का अनावरण किया। यह अभियान पिछले ६ दशकों में नवनीत ब्रांड की यात्रा पर अतीत की सुंदर स्मृतियों का स्मरण कराते हुए बड़ी ही खुबसूरती से प्रकाश डालता है। यदि आपने अपना बचपन भारत में बिताया है, तो यह अभियान निश्चित रूप से आपको आपके बचपन की याद दिलाएगा।

१९५९ में गाला परिवार ने नवनीत की स्थापना की l मुंबई में किताबों की एक छोटी सी दुकान से शुरुआत करने वाला  नवनीत, आज एक प्रतिष्ठित प्रकाशन समूह बन गया है। कंपनी ने भारत के हर घर में एक प्रीमियम और भरोसेमंद ब्रांड के रूप में अपनी पहचान बनाई है और क्लासरूम से लेकर बोर्डरूम तक हर व्यक्ति के जीवन की महत्त्वपूर्ण घटनाओं का हिस्सा रही है।  यह विशेष उद्देश्य पर आधारित एक संगठन है, जो अपनी अलग पहचान बनाने और ज्ञान का प्रसार करने के लिए सतत प्रयत्नशील है।

दशकों से शिक्षकों और विद्यार्थियों के बीच शैक्षणिक उत्पादों के लिए नवनीत एक पसंदीदा ब्रांड रहा है। नवनीत मार्गदर्शिका, विकास स्वाध्याय पुस्तिका , गाला प्रैक्टिस बुक्स,  युवा नोटबुक्स,   ईसेंस  का टॉपस्कोरर जैसे उत्पाद भारत के युवा वर्ग में अत्यंत लोकप्रिय हैं । ये उत्पाद न केवल अपनी बेहतर गुणवत्ता के कारण बल्कि 90 के दशक के बच्चों के साथ जुड़ी स्मृतियों के  कारण भी बेस्टसेलर हैं।

नवनीत ने प्रत्येक गुजरते दशक के साथ विकसित होने की दिशा में लगातार काम किया है और इन 60 वर्षों में, नवनीत ब्रांड के अंतर्गत विभिन्न उप-ब्रांड स्थापित किए गए हैं I 1959 में  नवनीत ने कक्षा दसवीं के लिए पहली मार्गदर्शिका प्रकाशित की ,  1970 में स्वाध्याय पुस्तिका प्रकाशित की, 1975 में 21 अपेक्षित प्रश्न संग्रह प्रकाशित किया,  1990 में बाल पुस्तकों का प्रकाशन आरंभ किया, 1993 में स्टेशनरी उत्पादों का निर्माण शुरू किया,  1994 में मुंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में पहली प्रकाशन कंपनी के रूप में इसे सूचीबद्ध किया गया, 2008 में इस ब्रांड ने B2B के अंतर्गत eSense के नाम से डिजिटल लर्निंग के क्षेत्र में पदार्पण किया,  2011 में विद्यालय प्रबंधन-K 12 के क्षेत्र में प्रवेश किया, 2014 में नवनीत ने B2C के अंतर्गत टॉप स्कोरर द्वारा डिजिटल लर्निंग के क्षेत्र में प्रवेश किया , 2016 में स्टेशनरी ब्रांड युवा  की  शुरुआत की गई  और नवनीत ने Encyclopedia Britannica India (वर्तमान में Indiannica ) का अधिग्रहण कर लिया , 2017 में कंपनी ने 1000 करोड़ का कारोबार किया और नवनीत (HK) लिमिटेड को निगमित किया , 2018 में  प्रीमियम स्टेशनरी ब्रांड ‘ HQ’ की शुरूआत की। इस साल फरवरी के महीने में नवनीत ने डिजीबुक की शुरुआत की, जो नवनीत द्वारा प्रकाशित सभी पुस्तकों का एक डिजिटल संस्करण है l यह वेब-आधारित एक प्लेटफॉर्म है, जो विद्यार्थियों के अध्ययन अनुभवों में सरलता और सुगमता से वृद्धि करता है।

इस अभियान की संकल्पना को The Minimalist नामक विज्ञापन एजेंसी ने तैयार किया है l इसका निर्देशन मयूरेश बांगड़ और निर्माण Pragaur films ने किया है l

शिक्षा व्यवसाय के क्षेत्र में नवनीत ब्रांड के 60 वर्ष पूर्ण कर मील का पत्थर सिद्ध होने के उपलक्ष्य में   ब्रांडिंग नवनीत एजुकेशन लिमिटेड के प्रमुख श्री देविश गाला ने कहा: “ नवनीत एजुकेशन लिमिटेड हमेशा से भारतीय घरों में सबसे भरोसेमंद ब्रांड रहा है। यह दादा-दादी से लेकर माता-पिता तक, माता-पिता से लेकर  बच्चों  तक, सभी पीढ़ियों में सबसे अधिक पसंद किया जाने वाला ब्रांड है । हम यह दर्शाने के लिए बेहद रोमांचित और उत्साहित है कि एक छोटी सी दुकान से शुरुआत कर देश का एक भरोसेमंद ब्रांड बनने तक हमने कितनी लंबी यात्रा पूर्ण की है।  प्रत्येक बीतते दशक के साथ, व्यवसाय का प्रबंधन करने वाली 3 से अधिक पीढ़ियों की विरासत के साथ हम विकसित हुए हैं। हम नवनीत परिवार आने वाले कई दशकों तक ब्रांड की पुरानी यादों को संजोए रखने के लिए तत्पर हैं। ब्रांड हर उस सदस्य का हृदय से धन्यवाद करता है, जो हमारी इस यात्रा का हिस्सा रहा है और हमेशा ब्रांड का समर्थन और मदद करता है।

Related posts

Bahraich : प्रियंका गांधी का 49वां जन्मदिवस मनाया गया

Khula Sach

संस्मरण : भूरा

Khula Sach

साड़ी दिवस : महिलाओं का खास परिधान है साड़ी

Khula Sach

Leave a Comment