- संस्कृत से सनातन की ओर
- आओ चलें अपनी संस्कृति की ओर
- बच्चों के द्वारा संस्कृत में मंत्रोच्चारण
- 19 अगस्त से 25 अगस्त 2021 तक चलाया गया कार्यक्रम
दिल्ली : एम वी फाउंडेशन दिल्ली रजि० मंच द्वारा संस्कृत सप्ताह इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अंत./ राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रीति हर्ष जी, संयोजन निदेशक आरती तिवारी सनत ने किया। मुख्य अतिथि डॉ. शरद कुमार जी , विशिष्ट अतिथि राजेश त्रिपाठी नीलू जी, नमन मिश्रा ने शंखनाद के साथ आयोजन को प्रारंभ किया। गणपति वंदना डॉ. उपासना पाण्डेय, सरस्वती वंदना नित्या मिश्रा ने बहुत ही मधुर वाणी के साथ प्रस्तुत किया। मां सरस्वती की फोटो पर माल्यार्पण डॉ.ऋचा त्रिपाठी जी, दीप प्रज्वलित किया डॉ. उपासना पाण्डेय जी ने इसी के साथ कार्यक्रम को गति प्रदान की गई। कार्यक्रम का संचालन रेनू मिश्रा दीपशिखा जी ने बहुत ही सरलता मधुरता के साथ 4 साल के बच्चों से लेकर 15 साल तक के बच्चों ने ऑडियो- वीडियो के माध्यम से अपनी प्रस्तुति मंच पर प्रेषित की। छोटे-छोटे बच्चों के मुख से शुद्ध मंत्रोच्चारण सुनकर सभी मंत्रमुग्ध हो गए। बच्चों ने श्लोक पाठ भी किया कुछ बच्चों ने संस्कृत में ही अपना नाम अपना पता सब कुछ संस्कृत में ही बोला| सभी आश्चर्यचकित थे, छोटे-छोटे बच्चे इतना सुंदर संस्कृत में बोल रहे हैं| आद्या शुक्ला ,काव्यांजलि मिश्रा ,हर्षित पांडे, नक्षत्र द्विवेदी, शिवांश पांडेय, विप्र दत्त द्विवेदी, मधुसूदन द्विवेदी, आराध्या पाण्डेय, सनत तिवारी, कौस्तुभ मिश्रा, वैष्णवी पाण्डेय, शिवेश त्रिपाठी, शिखा त्रिपाठी, सनत त्रिपाठी, नित्या मिश्रा, नमन मिश्रा आदि बच्चों ने एक से बढ़कर एक बेहतरीन अपनी प्रस्तुति दी। सभी बच्चों को प्रोत्साहन हेतु संस्कृत दीप सम्मान से सम्मानित किया गया। अंत में मंच की अध्यक्षा प्रीति हर्ष जी ने बहुत ही सुंदर उद्बोधन दिया कि संस्कृत से सनातन की ओर निश्चित ही हमारी भारतीय संस्कृति बहुत ही उन्नत समृद्धशाली है। हिन्दी की जननी संस्कृत भाषा का प्रचार- प्रसार और भी अधिक करने की आवश्यकता है। आने वाली पीढ़ी को संस्कृत के माध्यम से अपनी संस्कृति से अवगत कराएं। कार्यक्रम के अंत में डॉ. उपासना पाण्डेय जी ने बहुत ही सुंदर संस्कृत में गीत प्रस्तुत किया।
सभी सुनकर मंत्रमुग्ध हो बहुत हर्षित हुए। सभी ने इस तरह के आयोजन करने के लिए मंच का उत्साहवर्धन किया और भविष्य में निरंतर ऐसे कार्यक्रम को करने के लिए अपनी सहमति बताई । मंच के द्वारा सम्मिलित सभी बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना की गई।