चाई संस्था के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग की एक दिवसीय कार्यशाला
मिर्जापुर, (उ.प्र.) : जनपद में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को बेहतर बनाने के साथ ही तेजी लाने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन बाजीराव कटरा स्थित होटल में किया गया। कार्यशाला का आयोजन क्लिंटन हेल्थ एक्सेस इनिशिएटिव (चाई) संस्था ने किया। कार्यशाला में नियमित टीकाकरण के बेहतर प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा हुई।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. प्रभु दयाल गुप्ता ने बताया कि जिले के पांच विकासखण्डों (ब्लाक) कों में नियमित टीकाकरण में चाई संस्था विभाग का सहयोग कर रही है। इस दिशा में आगे किस तरह बेहतर कार्य किया जाए, इस पर कार्यशाला के दौरान चाई संस्था के सदस्यों से विस्तारपूर्वक चर्चा हुई।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. नीलेश श्रीवास्तव ने बताया कि नियमित टीकाकरण बच्चों व माताओं को जानलेवा बीमारियों से बचाने का सबसे मजबूत माध्यम है और स्वास्थ्य विभाग लक्ष्य की शत प्रतिशत प्राप्ति के लिए सभी सहयोगी संस्थाओं के साथ मिलकर कार्य कर रहा है। जिले में चाई संस्था के सहयोग के बाद निश्चित ही हमारे नियमित टीकाकरण सेवाओं के परिणाम और बेहतर आएँगे और हम टीकाकरण के द्वारा आसानी से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को और कम करने मे भी सफल होंगे।
डॉ. श्रीवास्तव ने सभी उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देशित किया कि आंकड़ों के आधार पर अपने– अपने माइक्रोप्लान को तैयार करें और टीकाकरण के सेवाओं में चाई संस्था के सहयोग से सुधार लाने का प्रयास करें | इस कार्य में सभी का सहयोग अपेक्षित है। इसके अलावा क्षेत्र में आने वाली समस्याओं को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण के कार्य में आवश्यक सुधार करें, जिससे शत-प्रतिशत लाभार्थियों का टीकाकरण किया जा सके।
चाई संस्था के आशीष ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं द्वारा डायरी को ठीक से भरे जाने, नियमित टीकाकरण में लगे सभी स्वास्थ्यकर्मियों का बीच–बीच में प्रशिक्षण देने का कार्य किया जाना चाहिए। माइक्रोप्लान में सुधार व टीकाकरण की उपलब्धता केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित की जाये। संस्था के राज्य प्रतिनिधि कर्नल गौरव भाटिया ने सभी को नियमित टीकाकरण के सहयोग के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
कार्यशाला में मुख्य रूप से चाई संस्था के राज्य प्रतिनिधि, डब्ल्यूएचओ के सदस्य, टीएसयू के प्रतिनिधि समेत पांच ब्लाकों के प्रभारी चिकित्साधिकारी समेत डाटा आपरेटर मौजूद रहे।