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ड्रूम ने 1.2 बिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई

~ 2022 में नैस्डेक या भारत में सूचीबद्ध होने का लक्ष्य

मुंबई : भारत के सबसे बड़े और अग्रणी एआई-संचालित ऑनलाइन ऑटोमोबाइल मार्केटप्लेस ड्रूम का वैल्युएशन फंडिंग के नए राउंड के बाद 1.2 बिलियन डॉलर किया गया है। कंपनी ने अपने मौजूदा प्री-आईपीओ ग्रोथ फंडिंग राउंड को 200 मिलियन डॉलर तक की फंडिंग के पहले चरण को बंद कर दिया है। कई मौजूदा निवेशकों की भागीदारी के अलावा 57 स्टार्स और सेवन ट्रेन वेंचर्स सहित नए निवेशकों ने 2021 की दूसरी तिमाही के फंडिंग राउंड की पहली क्लोजिंग में भाग लिया। कंपनी एक संभावित आईपीओ के लिए डुअल-ट्रैक को फॉलो कर रही है और इसका लक्ष्य 2022 में नैस्डेक या भारत में सूचीबद्ध होना है।

ड्रूम का इस समय सालाना रन-रेट जीएमवी के लिए $1.7 बिलियन और नेट रेवेन्यू के लिए $54 मिलियन है। कंपनी वित्त वर्ष 2021 में $2 बिलियन के जीएमवी और $65 मिलियन+ के शुद्ध राजस्व तक पहुंचने की राह पर है। वर्तमान पैमाने, टेक्नोलॉजी-ओरिएंटेड बिजनेस और ऑपरेशन दक्षता के साथ ड्रूम लाभप्रदता के करीब है।

ड्रूम के संस्थापक और सीईओ संदीप अग्रवाल ने कहा, “पिछले 7 वर्षों में हमने ऑटोमोबाइल ऑनलाइन खरीदने-बेचने के लिए एक फुल टेक्नोलॉजी-बेस्ड एंड-टू-एंड ट्रांजेक्शनल मार्केटप्लेस बनाने के लिए लाखों डॉलर और हजारों मानव श्रम घंटों का निवेश किया है। हमने फर्स्ट माइल सेवाओं जैसे ओबीवी, ईको, और इतिहास से लेकर मिड-माइल सर्विसेस जैसे लोन और इंश्योरेंस के साथ ही लास्ट-माइल सर्विसेस जैसे डोरस्टेप डिलीवरी तक पूरी टेक-बेस्ड मशीनरी विकसित की है। कोविड के बाद ड्रूम लगातार विकास पथ पर है। ऑटोमोबाइल सबसे बड़ी रिटेल कैटेगरी है, पर ऑनलाइन मार्केट में इसकी मौजूदगी काफी कम है। महामारी के बाद की दुनिया में, हम उम्मीद करते हैं कि ऑटोमोबाइल खरीद और बिक्री तेजी से ऑनलाइन शिफ्ट होगी।“

महामारी के दौरान ड्रूम ने डिजिटल एडॉप्शन को बड़े पैमाने पर अनुभव किया है क्योंकि लोग पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन या राइड-शेयरिंग के स्थान पर अपनी गाड़ी खरीदने को महत्व दे रहे हैं। कंपनी को उम्मीद है कि ऑटोमोबाइल खरीद और बिक्री के लिए ऑनलाइन पेनिट्रेशन मौजूदा 0.7% से बढ़कर 7% हो जाएगी।

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