मिर्जापुर, (उ.प्र.) : सदर तहसील अधिवक्ता संघ ने नायब तहसीलदार उमेश चंद्रा पर मनमानीपूर्ण आदेश जारी करने, साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ करने और अधिवक्ताओं का शोषण करने का आरोप लगाते हुए मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपा। अधिवक्ताओं का कहना है कि नायब तहसीलदार घूसखोरी में संलिप्त हैं और इसके लिए वो दाखिल किए गए साक्ष्यों और दस्तावेजों को भी बदल दे रहे हैं और मनमानीपूर्ण आदेश पारित कर रहे हैं। अधिवक्ताओं ने कहा कि वो इस सम्बन्ध में कई बार लिखीत/ मौखिक शिकायत जिलाधिकारी एवं तहसीलदार के पास दर्ज करा चुके हैं लेकिन न तो उच्चाधिकारियों द्वारा नायब तहसीलदार के खिलाफ कोई कार्रवाई की जा रही है और न ही नायब तहसीलदार के कार्य पद्धति में कोई सुधार हो रहा है। अधिवक्ताओं ने ये भी बताया कि नायब तहसीलदार की इसी कार्य पद्धति के कारण पिछले कई दिनों से अधिवक्ताओं द्वारा उनके कोर्ट का बहिष्कार किया जा रहा है लेकिन आम जनों की परेशानी को देखते हुए अब आर पार की लड़ाई करने का समय आ गया है। इसी कड़ी में दिनांक 27 जुलाई, मंगलवार को अधिवक्ताओं ने सदर तहसील अधिवक्ता संघ के संरक्षक कौशल किशोर, संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ला एवं संघ के सचिव इम्तियाज अली के नेतृत्व में नायब तहसीलदार के विरोध में नारेबाजी करते हुए सदर तहसील परिसर में चक्रमण किया गया और उनके खिलाफ प्रदेश सचिव को शिकायत पत्र सौंपने का निर्णय लिया गया। अधिवक्ताओं ने नायब तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई न होने पर आंदोलन को और भी तेज करने का निर्णय भी लिया गया।