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Delhi : खूनी तालाब में 14 वर्षीय मासूम बच्चे की डूबने से हुई मौत  

✍️ अनीता गुलेरिया

दिल्ली : द्वारका-नार्थ पुलिस को शनिवार ढाई बजे के करीब एक बच्चे की तालाब में डूबने की सूचना मिली सेक्टर-23 के पास ककरोला गांव मंदिर के पास बने(जोहड़) तालाब पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरी की मदद से एक घंटे से ज्यादा चले रेस्क्यू आप्रेशन तहत काफी मशक्कत के बाद गोताखोरों द्वारा बच्चे को बाहर निकालकर आनन फानन में उसे द्वारका के वेंकटेश्वर अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया । द्वारका डीसीपी संतोष कुमार मीना अनुसार मृतक बच्चे का नाम अजय (14) द्वारका सेक्टर-16 बी के नया आदर्श अपार्टमेंट में रहता था और अपने दोस्त के साथ स्नान करने के लिए तालाब में उतरा था । ज्यादा जल भराव के चलते पानी की गहराई का सही से पता ना चल पाने के कारण नाबालिग मासूम अजय की गहरे पानी में डूब जाने से मृत्यु हो गई । पुलिस ने सीआरपीसी की 174 धारा तहत मामला दर्ज कर बच्चे के शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया । वहीं दूसरी ओर मृतक नाबालिग बच्चे की दर्दनाक मौत से पसरे मातम के माहौल में परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

सूत्रों मुताबिक नाबालिग बच्चे के अचानक इस तरह पानी में डूब जाने से इलाके के आक्रोशित लोगों ने इस जानलेवा हादसे उपरांत खूनी तालाब के बारे में भारी रोष व्याप्त करते हुए कहा आज तक इस (जोहड) तालाब की साफ-सफाई व रखरखाव के प्रति अनदेखी पर आखिर प्रशासनिक विभाग मूकदर्शक बनकर और कितनी जिंदगीयों के साथ खिलवाड़ करने पर अमादा है । क्यों प्रशासनिक-विभाग द्वारा इस (जोहड़) तालाब के आसपास किनारो व सतह को पक्का बनाकर (जन-संरक्षण) सुविधा तहत (जोहड) तालाब के अंदर ना जाने के लिए वक्त रहते खतरे की चेतावनी का नोटिस क्यों नहीं लगाया गया ? इंसानो के अलावा जानवरों की भी जान का शत प्रतिशत खतरा बना हुआ है ।इलाका निवासियों ने अपने बच्चों प्रति घोर चिंता व्यक्त करते हुए इस तालाब (जोहड़) के खूनी बनने का सिधे तौर पर असली दोषी सरकारी प्रशासनिक विभाग को ठहराते हुए पीड़ित परिवार को (उच्च-मुआवजा) देने की मांग को दोहराते हुए,कई वर्षो से बने इस तालाब के सही रख रखाव के कार्य को जल्द परिपूर्ण करने की मांग करते हुए कहा अब हम आने वाले भविष्य में अब इस तरह का कोई और दर्दनाक असहनीय (खूनी-मंजर) नहीं देखना चाहते । इस तरह एक (खूनी-तालाब) ने देखते ही देखते चंद-मिनटों में एक मासूम-जिंदगी को निगलकर हमेशा के लिए बुझाया एक घर का चिराग।

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