✍️ अनीता गुलेरिया
आज चंद्रशेखर आजाद जयंती दिवस पर द्वारका इलाके की रहने वाली वरिष्ठ-समाजसेवी अमृता बिष्ट ने पास की जे.जे कॉलोनी में गरीब बच्चों व महिलाओं के बीच जाकर अमर शहीद जवान चंद्रशेखर आजाद जयंती दिवस पर फूलमाला अर्पित करते हुए उनके नाम का दीपक जलाकर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित
करने उपरांत उन्होंने इस इलाके में कोरोना महामारी से प्रभावित हुए गरीब लोगों को सूखा राशन वितरित करने के अलावा बच्चों को आजादी का महत्व समझाते हुए कॉपी-पेंसिल भेंट किए । कई वर्षों से जुझारू तौर पर समाज सेवा को निष्ठाभाव से करती आ रही अमृता बिष्ट ने चंद्रशेखर आजाद की जीवनी पर संबोधन करते हुए कहा,हमारे महान अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद ऐसे थे जो गुलामी के समय में भी आजादी की जिंदगी जीना पसंद करते थे । उन्हें गुलामी की जिंदगी जीना कतई पसंद नहीं था और दूसरी तरफ हम लोग कई वर्ष बीत जाने के बाद भी आजाद देश में गुलामों की जिंदगी जीने को मजबूर हैं । इसके असली दोषी हम नहीं तो और कौन ? क्योंकि कुछ चुनिंदा लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए राजनेताओं की घटिया नीतियों की चाटुकारिता करते हुए,अपने गुलाम होने का सबूत खुद पेश करते नजर आते हैं । हमारा यही (निजी-स्वार्थ) हमें गुलामी के अंधेरों में डूबो रहा है । हमारे लिए हमारा संविधान (सर्वोच्च-सर्वोपरि) होना चाहिए जिस दिन हम सविधान के दायरे में रहकर अपने सभी अधिकारों के प्रति जागरूक हो जाएंगे,उस दिन हम सही मायने में अपने आप को आजाद देश का आजाद नागरिक कहलाने योग्य बन जाएंगे । जब हम अपने संविधान का सम्मान करते हुए गलत और सही के खिलाफ आवाज उठाना सीख जाएगे । तो उस दिन हमारा देश सही मायने में स्वच्छ व आजाद हिंद भारत कहलाएगा । आखिर में उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा,हमें अपने अमर शहीद वीर जवानों की कुर्बानी को हमेशा यादगार बनाने के लिए पौधारोपण जरूर करना चाहिए ताकि हमारी आने वाली नई पीढ़ी उनके द्वारा देश के लिए उनके द्वारा दी गई जान की कुर्बानी से सबक लेते हुए अमर जवानों की याद को हमेशा अपने दिमाग में तरोताजा रख सके । इसी के साथ द्वारका सेक्टर-13 के पार्क में चंद्रशेखर आजाद जयंती पर विशेष तौर पर पौधारोपण करने के अलावा अमर वीर शहीद के नाम दस दिन तक दीपक जलाने का दृढ़-संकल्प लिया गया ।