रिपोर्ट : बृजेश गोंड
मीरजापुर, (उ.प्र.) : क्षेत्र में कल हुये हल्की बारिश से रेलवे अंडरग्राउंड पुलों में पानी भर जाने से आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। आने जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी धान की रोपाई कर पेट पालने वाली मजदूरो को हो रही है जो विंध्याचल, विरोही, गैपूरा जैसे अन्य गाँवो से काम के लिये छनवर मे जाती है। ओ आ-जा नहीं पा रहे हैं। क्षेत्र के लोगों ने मीडिया के माध्यम से रेलवे विभाग से समस्या के समाधान की मांग की है।
अकोढी गाँव मार्ग पर स्थित अंडरग्राउंड रेलवे पुल के नीचे पानी भर जाने से स्थानीय लोगों के साथ-साथ मजदूर, राहगीर तथा ग्रामीणों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे विभाग का कहीं भी अता पता नहीं चल रहा है। अंडरग्राउंड पुल मे पूरी तरह से पानी भरा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि बरसात का पानी अंडरग्राउंड पुल में भरा हुआ है। पैदल चल रहे मजदूरो को बस यही चारा बचा है कि वह घुटने तक़ पानी से होकर जाए या जान जोखिम मे डालकर रेलवे टैक पार करे।
एक बुजुर्ग महिला ने टैक पार करते हुये आक्रोश जताते हुए बताया कि डर लगता है साहब, लेकिन यही चारा है। क्या करू? वही पानी से बचने के चक्कर में लोग अपने वाहन इधर उधर लेकर चले गए। रेलवे विभाग के ठेकेदार मौके पर नहीं जा रहा है। पानी कैसे निकलेगा कोई कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। किसी तरह ग्रामीण खुद पानी निकालने की जुगाड़ मे लगे हुये है।
गाँव निवासी जो पानी निकालने के जुगाड़ मे लगे थे उन्होने बताया की सबकी समस्या के देखते हुये खुद फावड़ा लेकर पानी निकालने के लिये आया हू। रेलवे विभाग के ठेकेदार ने मनमाने तरीके से अंडरग्राउंड पुल मे मिट्टी फैलाव दिया लेकिन पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की।
आप को बात दू की इस समय गैपूरा फाटक पर रेलवे बृज बनाये जाने से वहा काफी कीचड़ है। जिसके कारण रामपुर घाट, तिलई, बबुरा, जौपा, नंदिनी जैसे 50 गाँव के लोग इस रास्ते को सहारा बनाये हुये है। लेकिन रेलवे विभाग के ठेकेदार के लापरवाही के चलते लोगो को दुर्घटना का शिकार होने को मजबूर है।