
ब्लैक फंगस के 14 मरीजों में 4 की मृत्यु हो चुकी है
रिपोर्ट : सलिल पांडेय
मिर्जापुर, (उ.प्र.) : संचार माध्यमों में डेल्टा+ की खबरें खूब प्रसारित हो रही हैं लेकिन जिले में इससे दो-दो हाथ करने की कोई गाइडलाइन नहीं आई है जिले में लिहाजा इधर अभी किसी का ध्यान नहीं गया है। जिले में बिना शासन के निर्देश के कोई कदम उठाना भी अधिकारियों के लिए गले का फंदा बन जाता है।
ब्लैक फंगस का ब्लैक-रोल
दूसरी लहर के साथ बोनस के रूप में आए ब्लैक फंगस से जिले में 4 लोगों की मृत्यु हो चुकी है जबकि 3 ने ब्लैक फंगस को ठेंगा दिखा दिया और वे स्वस्थ हो गए और 7 लोग अभी भी इस बीमारी के मकड़जाल में फंस कर BHU में जीवन-मृत्यु के दो पाटों में दिन बिता रहे हैं।
स्पूतनिक यहां नहीं आया
पड़ोस के जनपद में प्राइवेट स्तर पर कोरोना के तीसरे वैक्सीन की उपलब्धता की खबर से जिले में बहुतेरे इस इंतजार में है कि जब यह वैक्सीन यहां आएगा, तब वे वहीं लगवाएंगे। प्राइवेट स्तर पर 1350/- वैक्सीन और 150/- डॉक्टर फीस के निर्धारण की ख़बर वाराणसी में बताई जा रही है। यह एक ही डोज लगेगा।
इस बीच जिले में 18 से ऊपर के 25% लोगों को कोविशील्ड एवं कोवैक्सीन का प्रथम डोज तथा 13% लोगों को दूसरा डोज दिया जा चुका है। जिले की कुल आबादी 30 लाख में 55% 18 से ऊपर की उम्र की आबादी है। इस दृष्टि से 16 लाख 50 हजार लोग 18 से ऊपर की उम्र के है। जिले में शनिवार, 26/6 को प्रथम डोज 4 लाख से ऊपर की ओर बढ़ता हुआ रहा जबकि दूसरे डोज में 2 लाख 10 हजार से ऊपर जाता हुआ रहा।